बतादें कि 06 जनवरी को स्वेटर वितरण किये जाने की चर्चा खूब हो रही थी। जब 6 जनवरी को सरकार के आदेश पर स्वेटर बांटने को लेकर ज़िला बेसिक शिक्षाधिकारी माया सिंह से सवाल किया गया कि कहां कहां स्वेटर बंट रहा है। बीएसए माया सिंह ने जानकारी देते हुई कहा कि आज हर ब्लॉक के बीआरसी सेंटर पर स्वेटर पहुंच चुके हैं। खंड शिक्षा अधिकारी की मौजूदगी में ज़िले के हर ब्लॉक के बीआरसी पर कई के स्कूलों को मिलाकर हर बीआरसी पर एक एक हज़ार बच्चों को स्वेटर बांटने का लक्ष्य रखा गया है। इतना ही नहीं उन्होने यहां तक कह डाला कि यह प्रक्रिया हर ब्लॉकों में बीआरसी पर आज शाम 6:00 बजे तक स्वेटर वितरण किया जाएगा।
पर इसकी हकीकत तब सामने आई जब पत्रिका की टीम ने इसकी पड़ताल की। खलीलाबाद बीआरसी पर पहुंचकर वहां का जायज़ा लिया और खंड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार तिवारी से यह पूछा गया कि स्वेटर कब बंटेगा। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने हैरान कर देने वाला जवाब दिया कि स्वेटर बंटने की कोई संभावना ही नही है क्यूंकि अभी कोई स्वेटर नही आया है। वहीं जूनियर हाई स्कूल पर मौजूद प्रधानाध्यापिका से स्वेटर वितरण करने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि अभी स्वेटर नहीं बंटा है और खाते में पैसा पहुंच चुका है।
लेकिन खलीलाबाद के प्राथमिक विद्यालय मॉडल स्कूल की प्रधान अध्यापिका ने बताया कि अभी खाते में पैसा ही नहीं पहुंचा है तो स्वेटर कहां से बंटेगा और जिले के स्कूलों में ठंड को लेकर छुट्टी भी चल रही है। तो ऐसे में अब सवाल उठता है कि बीएसए माया सिंह कहां से और कैसे स्वेटर बंटवा रही हैं। यह एक बड़ा सवाल है जो कहीं ना कहीं संतकबीरनगर जिले में सरकार की आंखों में धूल झोंककर एक बड़े स्वेटर घोटाले की तैयारी की जा रही है जिसकी पोल खुल गई ।