यह है मामला सुमेरगढ़ निवासी कुंती देवी ने बताया कि उनके पति सुभाष राजभर शराब की दुकान की तरफ गए थे। वहां नशे में धुत गांव के ही दो लोगों से विवाद हो गया। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बीच बचाव कर मामला शांत करा दिया। पति सुभाष राजभर कुछ देर बाद घर आ गए।
मामूली विवाद के बाद घर पर बोला था धावा इसके बाद देर रात गांव के ही टीपू, रामप्रताप, संजय, गुलाब, पूनम सहित अन्य ने पुन: घर पर हमला बोल कर पति को मारना पीटना शुरू कर दिया। जान बचाने के लिए पति कमरे में जाकर छिप गए। आरोपित उन्हें कमरे से खोज कर बुरी तरह से पीटने लगे। गंभीर रूप से घायल होने के चलते सुभाष के मुंह से खून निकलने लगा।
इस दौरान स्वजन ने डायल 112 को सूचना दी। कुछ ही देर में वहां पहुंची पुलिस आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की बजाय दोनों पक्षों को शांत कराकर वापस चली गई। रात में सोते समय हुई मौत