बता दें कि जब केंद्र सरकार के अधीन वाली यह शिक्षण संस्थान ग्रामीण इलाकों के लिए दिवा स्वप्न था तब पूर्व मुख्यमंत्री स्व वीरबहादुर सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े इस इलाके को जवाहर नवोदय विद्दालय के रूप में बड़ी सौगात दी थी। इसकी पीपीगंज क्षेत्र के जंगलविहुली में करने के पीछे दोनों जिलों को लाभ पहुंचाना रहा है। स्व. वीरबहादुर के सपनों का यह विद्यालय अब उनके सपनो को चूर-चूर कर रहा है। कभी गुणवत्तापरक शिक्षा का पैमाना रहा यह विद्दालय अब घटिया दर्जे के साधरण स्कूल मे आ गया है।
इस विद्यालय के छात्र-छात्राओ को न ठीक से खाना मिलता है और न ही शुद्ध पीने का पानी। विद्यालय में रात में रोशनी का इन्तजाम न के बराबर है। विद्यालय के हास्टल मे छात्रों को बन्दी की तरह रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। छात्रों ने बताया है कि उन्हे किसी से मिलने की इजाजत नही है। छात्रावास के अगल-बगल जंगल जैसी झाडियां उगी है। देखने से लगता है कि कई महीनों से उसकी सफाई नही हुई है। छोत्रावास मे लगे फाटक टूटे हुए है। कमरो मे कुत्ते सोते नजर आते है। बिजली की वायरिंग टूटे व लटके हुए है। कैंपस में गिने चुने सीएफएल की रोशनी में छात्र पढ़ने के लिए मजबूर हैं।
छात्रावास के छात्रों ने बताया कि शौचालय मे पानी नहीं आता ।बाथरूम में टोटी नही है। फाटक टूटे होने के कारण सामानों की सुरक्षा के लिए प्रतिदिन दो-एक छात्र क्लास करने नही जाते है। वे सामानों की रखवाली करते हैं।
इस विद्यालय के छात्र-छात्राओ को न ठीक से खाना मिलता है और न ही शुद्ध पीने का पानी। विद्यालय में रात में रोशनी का इन्तजाम न के बराबर है। विद्यालय के हास्टल मे छात्रों को बन्दी की तरह रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। छात्रों ने बताया है कि उन्हे किसी से मिलने की इजाजत नही है। छात्रावास के अगल-बगल जंगल जैसी झाडियां उगी है। देखने से लगता है कि कई महीनों से उसकी सफाई नही हुई है। छोत्रावास मे लगे फाटक टूटे हुए है। कमरो मे कुत्ते सोते नजर आते है। बिजली की वायरिंग टूटे व लटके हुए है। कैंपस में गिने चुने सीएफएल की रोशनी में छात्र पढ़ने के लिए मजबूर हैं।
छात्रावास के छात्रों ने बताया कि शौचालय मे पानी नहीं आता ।बाथरूम में टोटी नही है। फाटक टूटे होने के कारण सामानों की सुरक्षा के लिए प्रतिदिन दो-एक छात्र क्लास करने नही जाते है। वे सामानों की रखवाली करते हैं।
शाम सात बजे के बाद उन्हे बिजली बहुत कम मिलती है। छात्रों ने बताया कि बिजली न मिल पाने के कारण रात में नीद नहीं पूरी होती है जिससे पढाई बाधित होती है। विद्यालय प्रशासन से शिकायत करने पर उन्हे धमकी दी जाती है। छात्रो ने एक स्वर मे कहा कि हम लोगों को कैदी की तरह यहां रहना पड़ता है। जवाहर नवोदय विद्यालय पढने के लिए आए कश्मीरी छात्रों की शिकायत है कि हास्टल का खाना इतना घटिया होता है कि उनका पेट ही नही भरता। कश्मीरी छात्रों ने बताया कि उनके प्रदेश के रजौरी नवोदय विद्यालय में यहॉ से बेहतर सुविधा है। वहॉ पर शिक्षक व छात्र दोनों एक साथ मेस मे भोजन-नाश्ता करते है। यहॉ पर सिर्फ छात्र करते हैं। विद्दालय के उपप्रधानाचार्य आरके दीक्षित समस्याओं को तस्लीम करते हुए कहते हैं कि समस्याओं से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। जल्द ही निस्तारण हो जायेगा। कश्मीरी छात्रों को यहॉ के मौसम व भोजन से परेशानी है। उनके लिए अलग से व्यवस्था करने का कोई नियम नही है।
कहा कि कड़ाई करने और मोबाइल रखने से मना करे पर छात्र आन्दोलित हो जाते हैं।” 8सितम्बर को जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रावास में खराब भोजन-नाश्ता देने सहित अन्य समस्याओं को लेकर छात्रों द्वारा भूख हडताल करने के मामले को जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने गम्भीरता से लिया। जिलाधिकारी के निर्देश पर 10 सितम्बर को उपजिलाधिकारी कैम्पियरगंज अमरेन्द्र कुमार वर्मा ने विद्यालय के मेस ,छात्रावास व परिसर का निरीक्षण किया था। उपजिलाधिकारी को छात्राओं ने बिंदुवार समस्यओं से अवगत कराया था। उपजिलाधिकारी ने तीन दिन के भीतर छात्रों के समस्याओं को दूर कराने का निर्दश उप प्रधाचार्य को दिया था।उप जिलाधिकारी ने कहा कि उन्हें निरीक्षण के दौरान कई खामियॉ मिली थी जिसमें खराब भोजन-नाश्ता और छात्रावास से जुडी अन्य समस्याए रही जिससे नाराज 400 छात्रों ने विरोध प्रदर्शन कर भूख हडताल कर दिया था।
नवोदय विद्यालय ——-एक नजर शिक्षकों की संख्या——-29
वार्डेन की संख्या————10
महिला वार्डेन————–04
पुरुष वार्डेन—————–08
मेस————————01
अनुचरों की संख्या———-04
मेस के रसोइयों की संख्या-3 सरकारी-9 प्राइवेट
छात्रों की संख्या————-296
छात्राओं की संख्या———–163
छात्र-छात्राओं की कुल संख्या-746
कक्षाओं का संचालन–कक्षा 6 से 12 तक!!!!
वार्डेन की संख्या————10
महिला वार्डेन————–04
पुरुष वार्डेन—————–08
मेस————————01
अनुचरों की संख्या———-04
मेस के रसोइयों की संख्या-3 सरकारी-9 प्राइवेट
छात्रों की संख्या————-296
छात्राओं की संख्या———–163
छात्र-छात्राओं की कुल संख्या-746
कक्षाओं का संचालन–कक्षा 6 से 12 तक!!!!