पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता के मुताबिक बंधे के पास मिले शव की पहचार साक्ष्यों के आधार पर की गई तो उसकी पहचान दुर्विजय गौड़ निवासी असुरैना टोला कुकेसर थाना परसा मलिक के रूप में हुई थी। शिनाख्त के बाद से पुलिस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुर्विजय का रस्सी से गला कसकर मारने की बात सामने आई। रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी कि मुखबिर के जरिये उनकी सूचना मिल गई। रविवार को तीनों आरोपी संजय सिंह, शेरू ‘अभय सिंह’ व श्याम सिंह निवासी बहुआ टोला गौरा थाना कैम्पियरगंज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
पकड़े गए आरोपी के मुताबिक वह मुंबई में रहकर ट्रक चलाता है। वहां मृतक दुर्विजय से उसकी जान-पहचान बढ़ गई और दोनों में दोस्ती हो गई। दुर्विजय का उसके घर आना-जाना बढ़ा तो आरोपी की बेटी से उसका प्रेम संबंध हो गया। वो चोरी-छिपे मिलने लगे। इसकी जानकारी लगने पर आरोपी ने दुर्विजय को घर बुलाया और रस्सी से गला कसकर उसकी हत्या कर दी। फिर बाइक से ले जाकर लाश केा बंधे के पास फेक दिया।