scriptनेपाल में अंतिम दौर का मतदान गुरूवार को, निष्पक्ष चुनाव के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस का पहरा | Nepal parliamentary election 2017 news in Hindi | Patrika News

नेपाल में अंतिम दौर का मतदान गुरूवार को, निष्पक्ष चुनाव के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस का पहरा

locationमहाराजगंजPublished: Dec 06, 2017 10:15:54 pm

Submitted by:

Akhilesh Tripathi

देउबा व ओली समते 482 उम्मीदवार आजमा रहे है भाग्य, अलग थलग पड़े मधेसी दलों की भूमिका होगी महत्वपूर्ण

Nepal election

नेपाल चुनाव

महाराजगंज. नेपाल में दूसरे व अंतिम चरण का मतदान गुरूवार को होगा। इसके लिए व्यापक तैयारी कर ली गई है। सुरक्षा व्यवस्था भी चाकचौबंद है। ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में हो रहे चुनाव के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस का पहरा है। चुनाव ड्यिुटी मेें लगे पुलिस कर्मियों को अत्याधुनिक हथियारों से लैश किया गया है। भारत नेपाल की खुली सीमा भी सील कर दीद गई है। सीमा पर तैनात भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है। चुनाव की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए डोन कैमरे भी आसमान का चक्कर लगाएंगे। चुनाव का विरोध कर रहे माओवादी विप्लव गुट के हिंसक कार्रवाई से निपटने के लिए सुरक्षा सुदृढ़ की गई है। मतदान केंद्रों पर बम विस्फोट की आशंका को देखते हुए व्यापक रूप से मोबाइल बम निरोधक दस्तों के बंदोबस्त है।

बता दें की नेपाल में लोकतंत्र के तौर तरीके से पहली बार आम चुनाव हो रहा है। दूसरे चरण में संसद की 128 तथा प्रदेशों के विधानसभाओं के लिए 256 सीटों के लिए मतदान है। कुल 45 जिलों में वोट डाले जाएंगे। नेपाल निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 400 अंर्तराष्ट्रीय पर्यवेक्षक के अलावा नेपाल के निजी संगठनों के 45 हजार प्रक्षकों को अलग से तैनात किया गया है। अंतिम चरण के मतदान में प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा तथा पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली सहित 482 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इसके पहले 26 नवंबर को पहले चरण में 26 नवंबर को मतदान हुआ है। नेपाल में मतदान का जो रूझान दिख रहा है उसके हिसाब से नेपाली कांग्रेस और वाम एमाले गठबंधन में कांटे का मुकाबला है।
वाम गठबंधन जहां चीन परस्त नेपाल को कम्युनिस्ट गणराज्य की स्थापना के लिए प्रयासरत है वहीं नेपाली कांग्रेस अंतिम दौर में नेपाल को हिंदू राष्ट्र के निर्माण का वादा किए हुए है। इधर पिछले दिनों माओवादी नेता व पूर्व पीएम प्रचंड के इकलौते पुत्र प्रकाश दहल के आसामायिक मौत से बाम गठबंधन को सहानुभूति वोट मिलने की संभावना जताई जा रही है। वहीं नेपाल के राजनितिक विश्लेषकांे के अनुसार मधेसी दल भले ही अलग थलग पड़कर चुनाव में हैं लेकिन नेपाली कांग्रेस या एमाले सरकार के गठन में मधेसी दलों की भूमिका फिर महत्वपूर्ण हो सकती है।
मधेसी दलों के अधिकांश बड़े नेता या तो एमाले के साथ हो लिए हैं या फिर नेपाली कांग्रेस के साथ हो गए हैं बावजूद इसके पूर्वी नेपाल के प्रदेश नंबर दो में नेपाल जनता पार्टी के नाम से नवगठित मधेसी दल को कम से कम पांच सीटें मिलने की संभावना है और पूरे नेपाल में इन्हें आठ से दस सीटें मिल सकती है। नेपाली कांग्रेस और वाम गठबंधन में जैसा कांटे का मुकाबला देखा जा रहा है , उससे दोनों में कोई एक या तो पूर्ण बहुमत की सरकार बना सकता है या फिर उन्हेें आठ दस सीटों से पीछे रहना पड़ सकता है। ऐसे में सबसे कम सीटों के बावजूद मधेसी दलों के हाथ में ही सत्ता की चाभी हाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
चुनाव में बाधा डालने वाले 600 गिरफ्तार
नेपाल में शांति पूर्वक चुनाव को लेकर पुलिस की धरपकड़ की कार्रवाई हो गई है। दूसरे चरण के मतदान मे अबतक 613 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।बुधवार को काठमांडू पुलिस मुख्यालय पर प्रवक्ता मनोज न्योपाने ने बताया कि चुनाव में वाधा डालने वाले लोगों को चिन्हित कर गिरफ्तार किया गया है। बताया गया कि धरपकड़ की कार्रवाई में उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा रहा है।पुलिस प्रवक्ता ने बताया विप्लव गुट और सीके राउत जैसे चुनाव विरोधी गुटों के लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जो लोग पकड़े गए हैं उनके पास से विस्फोटक पदार्थ बरामद किए गए हैं।
BY- यशोदा श्रीवास्तव

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो