scriptसपा जिला संगठन में बगावत की शिकायत पंहुची लखनऊ पार्टी कार्यालय | People angry sp leader Reached Lucknow party office | Patrika News

सपा जिला संगठन में बगावत की शिकायत पंहुची लखनऊ पार्टी कार्यालय

locationमहाराजगंजPublished: Nov 02, 2018 04:03:30 pm

Submitted by:

sarveshwari Mishra

पूर्व उपाध्यक्ष राष्टीय अध्यक्ष से मिलकर संगठन की हकीकत बताने पहुंचे लखनउ

Samajwadi Party

Samajwadi Party

यशोदा श्रीवास्तव
महराजगंज. जिले में सपा की बगावत की शिकायत लखनऊ तक पंहुच गई है। शुक्रवार को पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अशोक यादव राष्टीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से जिलाध्यक्ष राजेश यादव के कारनामें की शिकायत करने के लिए लखनउ पार्टी कार्यालय पर डेरा डाले हुए हैं। इसके पहले जिलाध्यक्ष की शिकायत पार्टी के अन्य प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों से की जा चुकी है। जिले में सपा जिलाध्यक्ष द्वारा संगठन के पुर्नगठन का मामला काफी तूल पकड़ लिया है।

बता दें कि सपा के जिलाध्यक्ष राजेश यादव द्वारा संगठन के पुर्नगठन में कईयों पुराने और निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है। आरोप है कि अपने गांव का प्रधान बनने के लिए जिलाध्यक्ष ने संगठन के कार्यकारिणी में अपने गांव के ही कई लोगों को भर लिया है। सबसे पहले इसका संज्ञान पूर्व उपाध्यक्ष अशोक यादव ने लिया और खलुकर इसका विरोध शुरू किया। बाद में जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष भाई राम लाल यादव समेत कई पूर्व पदाधिकारी और फंट्रल संगठनों के सदस्य भी जिलाध्यक्ष के विरोध में कूद गए। जिलाध्यक्ष का विरोध कर रहे अशोक यादव का कहना है कि वे पार्टी हित में अध्यक्ष का विरोध कर रहे हैं। अध्यक्ष की मनमानी की वजह से पार्टी फूट की कगार पर है। पार्टी का पुराना कार्यकर्ता होने के नाते संगठन और पार्टी को फूट से बचाना मेरी जिम्मेदारी है।

समाजवादी पार्टी में बगावत के सुर ऐसे समय उठे हैं जब पूर्व सपा नेता शिवपाल यादव ने नई पार्टी की घोषणा कर दी है और सभी जिलों में उनकी निगाह सपा के नाराज कार्यकर्ताओं और पदाघिकारियों पर टिकी है।

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश यादव पर आरोप है कि उन्होंने संगठन के पुर्नगठन में निष्ठावान व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दी है। सपा नेता अशोक यादव ने कहा कि संगठन का जो वर्तमान स्वरूप है उससे फिलहाल संगठन की मजबूती की आशा नहीं की जा सकती है। कार्यकर्ताओं को तरजीह न मिलने से इसका असर आसन्न लोकसभा चुनाव में भी पड़ सकता है। कहा कि इससे बूथ स्तर तक का संग्ठन गडृड मड्ड हो गया है। जिलाध्यक्ष के रवैऐ से बूथ से लेकर जिले तक के सपा कार्यकर्ताओं में असंतोष है। हालाकि जिलाध्यक्ष राजेश यादव ने अपने उपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि किसी भी संगठन में सभी को संतुष्ट कर पाना संभव नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग स्वंय पार्टी का वरिष्ठ सदस्य या नेता बनते हैं, उनकी भी जिम्मेदारी है पार्टी को मजबूत करे और हमारा मार्गदर्शन करें।

इधर सपा के अंदरखाने में चर्चा है कि जिलाध्यक्ष को संगठन में वरिष्ठों को तरजीह न देने से सपा में फूट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। सपा के पूर्व नेता शिवपाल सिंह यादव ने भी अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया है। उनकी पार्टी में सपा के नाराज लोग ही शामिल हो रहे हैं। जिलाध्यक्ष ने सपा के वरिष्ठों और पुराने कार्यकर्ताओं को नाराज कर शिवपाल की नई पार्टी को जिले में पांव पसारने का अवसर प्रदान किया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो