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पांच प्रदेशों के चुनाव परिणाम के बाद भाजपा के प्रति स्पष्ट होगा जनता का नजरिया

locationमहाराजगंजPublished: Dec 10, 2018 12:37:48 pm

Submitted by:

sarveshwari Mishra

भाजपा का चौपाल, कहीं निराशा जनक स्थित तो कहीं उठ रहे सवाल

MP Exit Poll

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महराजगंज. 2019 की तैयारी में भाजपा जी जान से जुट गई है। सांसद और विधायक गांव-गांव पद यात्रा और चौपाल के जरिए लोकसभा चुनाव की फिंजा बनाने में जुट गए हैं लेकिन कहीं-कहीं उन्हें निराशा हाथ लग रही है। गांव में सांसदों के काफिले के साथ जो लोग चल रहे हैं उनके अलावा मात्र कुछ ही लोग चौपाल में जुट रहे हैं तो कहीं कहीं सवाल उठ रहा है कि अभी तक कहां थे?

पत्रिका संवाददाता पूर्वांचल के कद्दावर नेता व डुमरियागंज संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद जगदंबिका पाल के चौपाल में एक दिन साथ रहा। इस चैपाल में एक बात तो साफ दिखी कि जिस उत्साह से लबरेज वे योगी व मोदी के गुणगान से अपनी बात शुरू कर रहे थे, उससे उनके टिकट पर उठ रहे सवाल पर विराम लग गया है लेकिन एक बात यह दिखा कि जनता में मोदी को लेकर 2014 जैसा उत्साह नहीं दिखा। हां चौपाल के भीतर के लोगों से जब बात की गई तो उनमें पाल के प्रति कोई नाराजगी नहीं दिखी जबकि भाजपा सरकार से वे नाराज हैं। डुमरियागंज संसदीय क्षेत्र के लोग कहते हैं कि मादी ने पाल को मंत्रिमंडल में जगह न देकर पूर्वांचल के साथ न्याय नहीं किया। क्षेत्र के रेहरा नामक गांव में आयोजित चैपाल में करीब 70 साल के दलित बुजुर्ग राम हित ने कहा कि वे तो पाल को ही रेल मंत्री मानते हैं। पाल को रेल मंत्री के मानने के पीछे लोगों की यह धारणा है कि सिद्धार्थनगर जिले से गुजरने वाले रेल मार्ग से मुंबई से लेकर दिल्ली तथा कलकत्ता तक सीधे रेल सेवा की शुरूआत पाल की वजह से हुई। सच है कि गोरखपुर से गोंडा वाया आनंदनगर होते हुए कई रेल गाणियां चल रही है जिससे इस जिले के नागरिकों को काफी फायदा हुआ है। संभवतः यही वजह है कि मुस्लिम समुदाय के लोग यदी भाजपा उम्मीदवार के रूप में पाल को वोट करते हैं तो इसके पीछे यही वजह है।

लेकिन मोदी के कार्यकाल के समापन के वक्त मोदी सरकार के दावे के अनुरूप गांव- गांव उनके नाम का डंका 2014 के मुकाबले और जोर से बजना चाहिए, मगर ऐसा कहीं नहीं दिख रहा। भाजपा सांसदों और विधायकों के चैपाल में निराशाजनक स्थित चहुंओर है। महराजगंज में तो हालात और गड़बड़ है। यहां के भाजपा सांसद पंकज चौधरी पांच बार से सांसद है। इस संसदीय क्षेत्र के नौतनवां विधानसभा छोड़कर बाकी सभी विधानसभा क्षेत्रों पर भाजपा का कब्जा है। सीएम योगी से सीधे जुड़ा हुआ यह क्षेत्र है। हाल ही मनोनीति लोकसभा क्षेत्र प्रभारी नरेंद्र मणि त्रिपाठी स्थित मजबूत करने के लिए जीजान से जुटे हुए हैं। महराजगंज के एक अवकाश प्राप्त प्राचार्य का कहना है कि दरअसल, कुछ को छोड़कर अधिकांश एमपी मोदी के सहारे ही हैं। वे क्षेत्र में न तो जाते हैं और न ही किसी के काम आते हैं। आज यदि तमाम लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा की चौपाल निराशाजनक है तो इसके पीछे खासकर यही वजह है। उनका कहना था कि 11 दिसंबर को पांच प्रदेशों के चुनाव परिणाम के बाद राजनीतिक दलों के साथ साथ जनता भी भाजपा के प्रति अपना नजरिया तय करेगी।
By – yashoda Srivastava

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