मंगलवार को महाराजगंज नगर पंचायत चुनाव में निर्दल प्रत्याशी नुरलैन को चुनाव चिन्ह में टेबल फैन तो सिराजुद्दीन को छत का पंखा मिल गया। जिसके बाद दोनों प्रत्याशी पंखा चुनाव चिन्ह को लेकर परेशान हो गए। चुनाव चिन्ह मिलने के बाद प्रत्याशीयों का कहना है कि आवांटित चुनाव चिन्ह के साथ यदि वह वोटर के बीच प्रचार के लिए जाते है तो वोटर चुनाव चिन्ह को लेकर भ्रम में आ सकते है। जिसके बाद दोनों प्रत्याशियों ने चुनाव चिन्ह बदलवाने के लिए एआऱओ से गुहार लगाई, लेकिन चुनाव चिन्ह नहीं बदला जा सका। उनका कहना था कि यदि एक प्रत्याशी का भी चुनाव चिन्ह बदल दिया जाता तो प्रचार में सहूलियत होती । आखिर में निराश होकर प्रत्याशी आवंटित चुनाव चिन्ह ही लेकर गये। वहीं दूसरी ओर नगर में इस चुनाव चिन्ह की चर्चा है कि दोनों प्रत्याशी पंखा के लिये वोट मांगेगे लेकिन पंखे पंखे में फेर करना आसान नहीं होगा।
इस सबंध में एआरओ विवेकानंद का कहना है कि तीन निर्दल प्रत्याशी हैं। यदि तीनों प्रत्याशी चुनाव चिन्ह बदलवाने के लिए आते तो बदला जा सकता था। लेकिन तीनों प्रत्याशीयों के एक साथ न आने पर चुनाव चिन्ह नहीं बदला जा सका। वहीं दूसरी ओर चुनाव चिन्ह मिलने के बाद सभी पार्टी के प्रत्याशी अपनी जीत को पक्का करने के लिए प्रचार-प्रसार में जुट गए। गौर तलब है यहां आखिरी चरण में 29 नवंबर को मतदान होगा।