सूचना आम होते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया वहीं जिला प्रशासन के सकुशल व नकलवीहीन परीक्षा कराने का दावा भी तार तार होता दिखा। हालांकि डीआईओएस ने कमान संभालते हुए परीक्षा कराने का निर्णय लिया। हुआ भी वही जिस कोड का पेपर आउट हुआ उसकी जगह पर दूसरे कोड के पेपर से परीक्षा संपन्न कराई गई। पर डीआईओए साहब इस बात की गारंटी कैसे लेंगे की जिस कोड की परीक्षा कराई गई उसका प्रश्नपत्र लीक नहीं हो सकता। हो सकता है कि लीक होने का बाद भी प्रशासन की नजर में ये बात न आ सकी हो। फिलहाल डीएम वीके सिंह ने इस मामले में दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।
बता दें कि सोमवार को देर शाम देवलाली कन्या इंटर कालेज बासंपार से हाई स्कूल विज्ञान का पेपर लिक होते ही हडकंप मच गया। डीएम के निर्देश पर डीआईओएस देवलाली कन्या इंटर कालेज पहुंचकर जांच पडताल किये तो हकीकत की जानकारी हुई। जांच में पेपर का पैकेट फटा हुआ मिला। डीआईओएस अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 17 फरवरी को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा के दौरान देवलाली कन्या इंटर कालेज बांसपार में गलती से सामाजिक विज्ञान के पेपर के स्थान पर गणित का पेपर छात्रों को बंट गया था। केंद्र व्यवस्थापक को इसकी जानकारी हुई तो तुरंत पेपर वापस ले लिया गया था। लेकिन इसकी जानकारी विभाग को नहीं दी गई थी।
पेपर जब आउट होने की जानकारी हुई तो मौके पर जांच के दौरान विज्ञान के पेपर का पैकेट फटा हुआ मिला। परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जिस कोड का पेपर आउट हुआ है उसके स्थान पर दूसरे कोड के पेपर से परीक्षा कराई गई। इस प्रकरण को यूपी बोर्ड को अवगत करा दिया गया है। वहां से मिले निर्देश के मुताबिक कार्रवाई की जायेगी।
डीएम वीके सिंह ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। जांच में हाई स्कूल विज्ञान विषय के पेपर का पैकेट फटा हुआ मिला है। इस पूरे प्रकरण में केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक समेत स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।