ऐसे किया एटीएम का निर्माण
छात्र अर्जुन गोयल व दीपक कटारे ने बताया कि एटीएम मशीन का निर्माण करने में स्पीकर के बक्से का उपयोग किया है। वही पुराने मोबाइल व रिमोट से चलने वाली खिलौना गाड़ी के गेर व मोबाइल बैटरी का उपयोग किया तथा इसमें उपर की ओर मोटर लगाई है, जिसमें पेन लगाया है। पेन पर रबर लगाया जो नोट को अंदर की ओर खिंचता है। तथा नीचे की ओर भी मोटर लगाई है, जिसमें भी पेन लगाकर उस पर रबर लगाया है। उसमें एक तार लगाया है, जिसके कारण एटीएम मशीन से एक के बाद एक नोट निकल सके । 25 दिन व 70 रुपए खर्च वेस्टेज मटेरियल से बनाई इस मशीन को बनाने में 25 दिन लगे, जिसके लिए हम चारों मित्र अपनी शिक्षिका के नेतृत्व में एक से दो घंटे लगाते थे। हमें मशीन बनाने व चालू करने में मात्र 70 रुपये का खर्च आया।
यह पहला मौका है जब किसी सरकारी स्कूल के बच्चों ने इतना बड़ा काम दिखाया। ये वे बच्चे हंै जो निर्धन परिवार से आते है। बच्चों का कहना है कि अब हम लोहे का बॉक्स बनाकर एटीएम बनाएंगे व उसी से फीस जमा करेंगे। छात्रों के इस प्रयास की नगरवासियों ने प्रशंसा की है। वहीं विद्यालय परिवार द्वारा भी इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
छात्र अर्जुन गोयल व दीपक कटारे ने बताया कि एटीएम मशीन का निर्माण करने में स्पीकर के बक्से का उपयोग किया है। वही पुराने मोबाइल व रिमोट से चलने वाली खिलौना गाड़ी के गेर व मोबाइल बैटरी का उपयोग किया तथा इसमें उपर की ओर मोटर लगाई है, जिसमें पेन लगाया है। पेन पर रबर लगाया जो नोट को अंदर की ओर खिंचता है। तथा नीचे की ओर भी मोटर लगाई है, जिसमें भी पेन लगाकर उस पर रबर लगाया है। उसमें एक तार लगाया है, जिसके कारण एटीएम मशीन से एक के बाद एक नोट निकल सके । 25 दिन व 70 रुपए खर्च वेस्टेज मटेरियल से बनाई इस मशीन को बनाने में 25 दिन लगे, जिसके लिए हम चारों मित्र अपनी शिक्षिका के नेतृत्व में एक से दो घंटे लगाते थे। हमें मशीन बनाने व चालू करने में मात्र 70 रुपये का खर्च आया।
यह पहला मौका है जब किसी सरकारी स्कूल के बच्चों ने इतना बड़ा काम दिखाया। ये वे बच्चे हंै जो निर्धन परिवार से आते है। बच्चों का कहना है कि अब हम लोहे का बॉक्स बनाकर एटीएम बनाएंगे व उसी से फीस जमा करेंगे। छात्रों के इस प्रयास की नगरवासियों ने प्रशंसा की है। वहीं विद्यालय परिवार द्वारा भी इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।