scriptसाख बचाने के लिए पुलिस ने निकाले मामूली गुंडो का जुलूस | Police took out a procession of minor goons to save credibility | Patrika News

साख बचाने के लिए पुलिस ने निकाले मामूली गुंडो का जुलूस

locationमहूPublished: Jan 09, 2020 09:24:45 pm

Submitted by:

Kamlesh verma

ढाबा व्यवसायी प्रेम राजावत पर जानलेवा हमले मामले में फरार चल रहे इनामी बदमाश सलमान पिता शेरु लाला को पुलिस 6 माह बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यहां तक की आरोपी के खिलाफ एसपी सचीन अतुलकर ने 10 हजार काइनाम भी घोषित कर रखा है।

साख बचाने के लिए पुलिस ने निकाले मामूली गुंडो का जुलूस

साख बचाने के लिए पुलिस ने निकाले मामूली गुंडो का जुलूस

10 हजार का इनामी बदमाश सलमान लाला को 6 माह के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी पुलिस
नागदा। ढाबा व्यवसायी प्रेम राजावत पर जानलेवा हमले मामले में फरार चल रहे इनामी बदमाश सलमान पिता शेरु लाला को पुलिस 6 माह बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यहां तक की आरोपी के खिलाफ एसपी सचीन अतुलकर ने 10 हजार का
इनाम भी घोषित कर रखा है। बावजूद इसके पुलिस लाला को पकडऩे में अभी तक नाकामयाब साबित हुई है। नागदा पुलिस के लिए सलमान लाला की गिरफ्तारी नाक का सवाल बनी हुई है। लेकिन पुलिस है कि छोटे-मोटे गुंडे-बदमाशों एवं माफियाओं पर कार्रवाई कर फिलहाल अपनी साख बचान में लगी हैं। गुरुवार को मंडी थाने की पुलिस की ऐसी ही एक कार्रवाई तब देखने को मिली जब पुलिस ने प्रतिबंधात्मक धारा 122 के 11 आरोपियों को थाने बुलाकर सामुहिक रुप से कन्याशाला चौराहे से थाने तक उनका जुलूस निकाला। लोगों के मन में अब यह सवाल उठ रहा है कि पुलिस छोटे-मोटे आरोपियों का जुलूस निकाल कर क्या जताना चाह रही है। पुलिस में दबंगता है तो वह सलमान लाला को गिरफ्तार करके बताए।
पहले बुलाया फिर निकाला जुलूस
पुलिस ने जिन आरोपियों का जुलूस निकाला उन्हे पहले थाने पर अपराध से तौबा करने की हिदायद देने के लिए थाने पर बुलाया। लेकिन पुलिस समझाईश देने के पहले उन्हे रेलवे स्टेशन स्थित कन्याशाला चौराहा पर ले गई और फिर सभी आरोपियों को वहां से जुलूस के रुप में पैदल थाने लेकर आई। बाद में सभी आरोपियों को थाने में दर्ज उनके अपराधों की जानकारी दी। साथ आगे से अपराध से तौबा करने की हिदायद दी गई है।
31 आरोपियों के खिलाफ की गई है धारा 122 की कार्रवाई
मंडी थाना पुलिस ने धारा 110 का उल्लघंन करने वाले 31 आरोपियों के खिलाफ धारा 122 की कार्रवाई कर एसडीएम कोर्ट में प्रकरण की सुनवाई के लिए प्रस्तुत कर रखी है। थाना प्रभारी शर्मा ने बताया कि इनमें से 3 आरोपी फिलहाल अलग-अलग मामलों में जैल में बंद है। वही एक आरोपी पर जिलाबदर की कार्रवाई है। जबकि 16 आरोपी फरार चल रहे है। शेष 11 आरोपियों को थाने बुलाकर उन्हें अपराध नहीं करने की समझाईश दी गई है।
सम्पत्ति की हो रही है जांच
पुलिस इन सभी आरोपियों की चल-अचल सम्पत्ती एवं इनके बैंक खातों की भी जानकारी एकत्रित कर रही है। पुलिस का कहना है कि अचल सम्पत्ति के लिए पुलिस ने राजस्व विभाग से मदद ले रही है। वहीं बैंक खातो को भी खंगाला जा रहा है। ताकि किसी भी प्रकार की अवैध सम्पत्ती का पता लगाकर उसे नष्ट किया जा सके।
अभी तक नही हुई है किसी भी माफिया पर कार्रवाई
शहर के माफियाराज को समाप्त करने के लिए स्थानीय पुलिस कितनी तत्पर्य है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सूबे के मुख्यमंत्री कमलनाथ के आदेश के बावजूद शहर में अभी तक एक भी भूमाफिया या अवैध धंधों में लिप्त लोगो पर कार्रवाई पुलिस नही कर सकी है। जबकि उज्जैन सहित जिले की अन्य तहसीलों में पुलिस गुंडो एवं माफियाराज को खत्म करने के लिए अपना डंडा चला रही है। एक मात्र नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र ऐसा है जहां अभी तक पुलिस की सख्ती गुंडो बदमाशों एवं माफियाओं पर नजर नही आई है। जबकि इस बात से जिले के अधिकारी भी भली भांति परिचित है कि जिले में सबसे ज्यादा मादक पदार्थो एवं अवैध शराब की बिक्री नागदा में ही हो रही है। बावजुद इसके पुलिस द्वारा हाथ पर हाथ धर कर बैठे रहना कई सवालों को जन्म दे रहे है। हालांकि सूत्र बताते हे कि इसके पीछे सियासत एक बड़ा कारण है। ज्यादातर अवैध धंधों में लिप्त लोग सत्ताधारी दल से जुड़े हुए है या फिर उन्हें नेताओं का संरक्षण मिल रहा है। यही कारण है कि पुलिस अवैध कारोबारियों और माफियाओं पर हाथ डालने से डर रही है।
इन बदमाशों का निकाला जुलूस
पुलिस ने जिन बदमाशों का जुलूस निकाला, उसमें पूनम पिता वासुदेव, खाजू पिता फरीद मंसूरी, संदीप पिता रमेश मीणा, अनुप पिता नाना दासवानी, रमेश पिता वर्दीचंद बरमूंडा, सोनू पिता बाबूराम मराठा, नासीर पिता यासीन शाह, लाखन पिता कैलाश खरे, दिनेश पिता रामजीलाल मीणा, राकेश पिता किशोरीलाल मीणा ये शामिल थे।
दबिश में ये बदमाश नहीं मिले घर
पुलिस के मुताबिक 122 की प्रतिबंधात्मक कार्रवाई में 31 लोगों की सूची तैयार की गई थी। जिसमें 3 आरोपी जितेंद्र प्रजापति, बिज्जू उर्फ विजय, सद्दाम पिता यासीन शाह जेल में है। वहीं एक आरोपी संदीप कछावा पर जिलाबदर की कार्रवाई हो चुकी है। शेष बदमाषों में राकू उर्फ राकेश पिता रमेश चौधरी निवासी पाड्ल्या कला, मुकेश पिता देवीलाल निवासी जूना नागदा, संदीप उर्फ मिट्टू पिता जगदीश डे निवासी बंगाली कॉलोनी, दीपक पिता ओमप्रकाश जैन निवासी श्रीराम कॉलोनी, अजय उर्फ मन्नू पिता शंकरसिंह जादौन निवासी पुरानी नगर पालिका, अशोक पिता प्रहलाद पोरवाल निवासी जवाहर मार्ग, कमल पिता दुला बागरी निवासी भडला, हरीष उर्फ हर्ष पिता रामजीलाल मकवाना निवासी सुभाष मार्ग, कपिल पिता किशनलाल मकवाना निवासी सुभाष मार्ग, कययुम पिता अब्दुल वहाय निवासी मिर्ची बाजार, संजय पिता बाबूलाल पोरवाल निवासी जवाहर मार्ग, विनोद पिता शंकरलाल पांचाल
निवासी भीमपुरा, विजय उर्फ गोगा पिता माखन सोनी निवासी पाडल्या रोड, राजपाल पिता भंवरसिंह राजपूत निवासी ओझा कॉलोनी, षिवराज उर्फ शिवा माली, रफीक पिता नाहरु शाह निवासी छप्पन ब्लॉक फरार है। जिनकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है।

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