ये किया ऐलान
उत्तर प्रदेश में गठबंधन में जगह न मिलने से लगातार अपनी रणनीति बदल रही कांग्रेस ने रविवार को एक और एलान किया है। कांग्रेस ने सपा-बसपा व रालोद गठबंधन के लिए सात सीटें छोड़ दी हैं। इनमें मैनपुरी और फिरोजाबाद सीट भी शामिल है। मैनपुरी की बात करें तो पिछले आठ लोकसभा चुनावों से सपा का दबदबा है। वर्तमान में यहां से सैफई परिवार के तेजप्रताप यादव सपा सांसद हैं। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के सीट छोड़ने पर उपचुनाव जीता था। इस बार सपा ने फिर मुलायम को प्रत्याशी बनाया है।
उत्तर प्रदेश में गठबंधन में जगह न मिलने से लगातार अपनी रणनीति बदल रही कांग्रेस ने रविवार को एक और एलान किया है। कांग्रेस ने सपा-बसपा व रालोद गठबंधन के लिए सात सीटें छोड़ दी हैं। इनमें मैनपुरी और फिरोजाबाद सीट भी शामिल है। मैनपुरी की बात करें तो पिछले आठ लोकसभा चुनावों से सपा का दबदबा है। वर्तमान में यहां से सैफई परिवार के तेजप्रताप यादव सपा सांसद हैं। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के सीट छोड़ने पर उपचुनाव जीता था। इस बार सपा ने फिर मुलायम को प्रत्याशी बनाया है।
भाजपा नेता ने किया ट्वीट
भाजपा नेता आईपी सिंह ट्वीट किया है कि मैनपुरी से भारतीय जनता पार्टी अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। उन्होंने तर्क दिया है कि जिस प्रकार कन्नौज में डिंपल यादव के सामने भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा, उसी प्रकार यदि मैनपुरी से प्रत्याशी नहीं उतारेंगे, तो कुछ बुरा नहीं होगा। वैसे भी संसद में मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिस प्रकार आशीर्वाद प्रदान किया, उससे भाजपा को नेता जी का इतना तो सम्मान करना चाहिये।
भाजपा नेता आईपी सिंह ट्वीट किया है कि मैनपुरी से भारतीय जनता पार्टी अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। उन्होंने तर्क दिया है कि जिस प्रकार कन्नौज में डिंपल यादव के सामने भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा, उसी प्रकार यदि मैनपुरी से प्रत्याशी नहीं उतारेंगे, तो कुछ बुरा नहीं होगा। वैसे भी संसद में मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिस प्रकार आशीर्वाद प्रदान किया, उससे भाजपा को नेता जी का इतना तो सम्मान करना चाहिये।
कौन हैं आईपी सिंह
कल्याण सिंह सरकार में राज्यमंत्री रह चुके आईपी सिंह ने ये ट्वीट किया है। आईपी सिंह लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांग रहे हैं। 1993-94 में लखनऊ विश्वविद्यालय में एबीवीपी के बैनर पर छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं। इतना ही नहीं वे आईपी सिंह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता भी रहे हैं
कल्याण सिंह सरकार में राज्यमंत्री रह चुके आईपी सिंह ने ये ट्वीट किया है। आईपी सिंह लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांग रहे हैं। 1993-94 में लखनऊ विश्वविद्यालय में एबीवीपी के बैनर पर छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं। इतना ही नहीं वे आईपी सिंह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता भी रहे हैं