स्कुल के अनुसार, चयनित लड़कियों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए फरवरी में कठोर प्रारंभिक प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा। प्रशिक्षण के भाग के अनुसार, उन्हें उत्तराखंड के ऋषिकेश और लद्दाख में दो शिविरों में भाग लेना पड़ा। माउंट किलिमंजारो विश्व की सबसे ऊंची फ्री स्टेंडिंग माउंटेन है और इस पर चढ़ाई करने में पांच से नौ दिन लगते हैं। यह निर्भर करता है कि चढऩे के लिए कौन सा मार्ग चुना है।
ग्लोबल बाइसाइकिल प्रमुख हीरो साइकिल ने इस पर्वतीय अभियान का सह-प्रायोजन कर रही है। छात्रों में इश्मप्रीत कौर, रोशनी, अवंती अग्रवाल, मिहिका गोयल, अनन्या पंचर, मेगन भागीरत और कशिश पठानिया शामिल हैं। 11 दिवसीय अभियान का नेतृत्व प्रसिद्ध पर्वतारोही अजीत बजाज कर रहे हैं। वहीं प्रिया ढिल्लन ग्रुप इंचार्ज हैं। मई 2018 में, बजाज ने अपनी बेटी के साथ माउंट एवरेस्ट पर एक अभियान पूरा किया और बाद में इसी वर्ष सफलतापूर्वक अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंच गए।