स्मॉल सिटीज में असर
ट्रेडिशनल बिजनेस को डिजिटल व न्यू टेक्नोलॉजी के साथ एक स्टार्टअप के तौर पर नई शुरुआत करने का ड्रीम अब स्मॉल सिटीज में दिखने लगा है। लेकिन टियर-2, टीयर-3 शहरों के छोटे बिजनेसमैन के लिए डिजिटल बिजनेस वल्र्ड में फस्र्ट स्टेप लेना इतना आसान नहीं है। नई टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग के नए फंडे स्मॉल सिटीज बिजनेसमैन के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं। मुम्बई, बंगलुरु, हैदराबाद सहित अन्य मेट्रो सिटीज में तो एक स्टार्टअप आइडिया को सपोर्ट करने के लिए बिग इंवेस्टर मौजूद हैं लेकिन इंडिया के टियर-2 और टियर-3 में नए आइडिया को बूस्ट करने के लिए अभी इंवेस्टरों की कमी है। स्मॉल सिटी एंटरप्रेन्योर की मदद के लिए कई इंवेस्टर फर्म अब आगे आने लगी हैं, जिनकी मदद से वह ग्लोबल मार्केट में अपनी पहचान बना सकता है। हर बिजनेस की तरह यहां भी एंटरप्रेन्योर को शुरू थोड़ा धैर्य रखने की खासी जरूरत होगी।
ये हैं वे एंजल नेटवर्क
स्मॉल सिटी एंटरप्रेन्योर की इंवेस्टमेंट और मेंटरशिप जैसी परेशानियों को दूर करने के लिए वर्तमान में भारत में 30 से अधिक एंजल नेटवर्क काम कर रहे हैं। इनमें प्रमुख हैं चंडीगढ़ एंजल नेटवर्क, दी चेन्नई एंजल्स, कलकत्ता एंजल्स, वेंचर कैटेलिस्ट व अन्य। इन नेटवर्क में वे इंवेस्टर सम्मलित हैं जो कि स्वयं एंटरप्रेन्योर हैं और स्मॉल सिटीज बिजनेसमैन की समस्याओं को अच्छे से समझते हैं। ये सभी एंजल नेटवर्क बीते करीब एक दशक के दौरान बने हैं। ये नेटवर्क विभिन्न प्रयास के जरिए स्मॉल सिटीज एंटरप्रेन्योर तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।
100 से अधिक स्टार्टअप में निवेश
ऐसे एंजल नेटवर्क ने बीते कुछ समय 100 से अधिक स्टार्टअप में निवेश किया है, जिनमें सबसे अधिक संख्या टियर-2 और टियर-3 में प्रारंभ हुए स्टार्टअप की है। वर्ष 2018 में ऐसे नेटवर्क ने छोटे शहरों के स्टार्टअप में 70 करोड़ डॉलर से अधिक का इंवेस्टमेंट किया है। स्मॉल सिटीज स्टार्टअप में इंवेस्ट करने के मामले में टॉप पर वेंचर कैटेलिस्ट है, जिसने वर्ष 2018 में 33 स्टार्टअप में इंवेस्ट किया। ऐसे एंजल जयपुर, अहमदाबाद, चेन्नई जैसे शहरों में स्टार्टअप मजबूती से आगे बढ़े है। कार देखो और फ्रेशवर्क जैसी कंपनियों को भी शुरुआती दौर में इनका सहारा मिला था।
मास्टरक्लास का कॉन्सेप्ट
कई एंजल नेटवर्क मास्टरक्लास का कॉन्सेप्ट लेकर आई हैं। वेंचर कैटेलिस्ट जैसे नेटवर्क छोटे शहरों के ट्रेडिशनल तरीके से बिजनेस करने वाले लोगों से मिल रहे हैं। इसमें वे ग्लोबल बिजनेस के फायदे बताने के साथ उन्हें नई टेक्नोलॉजी की भी जानकारी देते हैं। सोशल मीडिया के जरिए मार्केटिंग, ई-कॉमर्स आदि के फायदे ऐसी क्लास में बताते हैं, जिससे बिजनेस को स्टार्टअप में बदलने के आप प्रेरित हो सकें।