फाइनेंशियल मैनेजमेंट
प्रबंधन की मदद लेकर बिजनेस, संस्थान या वित्तीय उद्देश्यों को करने की क्रिया को फाइनेंशियल मैनेजमेंट कहते हैं। इसके लिए व्यक्ति बतौर फाइनेंशियल कंसल्टेंट, पर्सनल फाइनेंशियल एडवाइजर, फाइनेंशियल स्पेशलिस्ट, रिसर्च एनालिस्ट जैसे पदों पर काम करता है। सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर के रूप में भी काम किया जा सकता है।
क्षेत्र संबंधी सेवाएं
म्यूचुअल फंड (इक्विटी फंड, डेट इक्विटी फंड आदि), बैंकिंग (इंवेस्टमेंट, प्राइवेट बैंकिंग, कॉमर्शियल), इंश्योरेंस (कई तरह की इंश्योरेंस पॉलिसीज), इंवेस्टमेंट बैंकिंग, कैपिटल मार्केट, बॉन्ड, कमोडिटी (ट्रेडिंग, खरीदना, बेचना, भविष्य बचत), इक्विडिटी (डिपॉजिटिंग सर्विसेज, रिसर्च, ऑनलाइन ट्रेडिंग) आदि वित्तीय प्रबंधन के दौरान ध्यान रखने वाले बिंदु हैं।
यहां से ले सकते हैं शिक्षा
(1) राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान
(2) डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल स्टडीज, नई दिल्ली
(3) भारतीय प्रबंध संस्थान, अहमदाबाद व कोलकाता
(4) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
(5) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, मुम्बई
ये भी पढ़ेः Google और Facebook दे रहे हैं लाखों कमाने का मौका, जानें डिटेल्स
ये गुण होने चाहिए
फाइनेंशियल मार्केट मैनेजमेंट के क्षेत्र में प्रतिष्ठित संस्थान/ विश्वविद्यालय से एमबीए डिग्री या पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा रखने वालों को शुरुआती स्तर पर वरीयता दी जाती है। प्रोफेशनल में बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल्स, एनालिटिकल स्किल, पूर्वानुमान तकनीकों की बेहतर समझ होने के साथ ही क्रिएटिव होना जरूरी है। प्रथम श्रेणी की एकेडेमिक परफॉर्मेंस के अलावा क्षेत्र में रुचि रखने वालों को इंवेस्टमेंट बैंकिंग के क्षेत्र में अच्छे पैकेज के साथ जॉब ऑफर की जाती है।