scriptप्रदूषण के चलते बुधवार को सभी प्राथमिक स्कूल बंद : मनीष सिसोदिया | Due to pollution schools to remain shut on Wednesday : Sisodia | Patrika News

प्रदूषण के चलते बुधवार को सभी प्राथमिक स्कूल बंद : मनीष सिसोदिया

Published: Nov 07, 2017 08:28:23 pm

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बुधवार को सभी प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे।

Pollution in Delhi

Pollution in Delhi

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के जहरीले स्तर पर पहुंच जाने की वजह से दिल्ली सरकार ने बुधवार को सभी प्राथमिक स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बुधवार को सभी प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे। स्थिति की समीक्षा के बाद जरूरत पड़ी तो इसे बढ़ाया जाएगा।

सिसोदिया ने कहा कि प्रदूषण को देखते हुए स्कूलों में सुबह होने वाली प्रार्थना सभा और बाहरी गतिविधियां बंद होगी। भारतीय चिकित्सा एसोसिएशन (आईएमए) ने राजधानी में प्रदूषण के जहरीले स्तर तक पहुंच जाने के मद्देनजर सरकार से स्कूलों को बंद करने का सुझाव दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया से इस पर विचार करने को कहा था।

केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट कर दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताते हुए कहा कि दिल्ली गैस चेम्बर बन गई है और हर साल इस मौसम में करीब एक माह तक यही हाल रहता है। उन्होंने कहा, प्रदूषण के उच्च स्तर को देखते हुए मैंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से स्कूलों को कुछ दिन बंद रखने पर विचार करने का अनुरोध किया है। प्रदूषण दिल्ली के लिए गंभीर समस्या बन गया है और सभी को मिलकर इसका समाधान निकालना होगा।

आईएमए के अध्यक्ष डॉ के. के. अग्रवाल कहा है कि मौजूदा समय में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर सामान्य से तीन गुना ज्यादा है। इसके कारण सुबह के समय स्कूलों में खुले में गतिविधियों से बच्चों के फेफड़ों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। दिल्ली के 14 एयर मॉनिटङ्क्षरग स्टेशन पर वायु गुणवत्ता बहुत खराब पाई गई जहां वायु गुणवत्ता का सूचकांक 300 है, जबकि 100 को सामान्य माना जाता है।

अग्रवाल ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को पत्र लिख कर सुबह के समय स्कूलों में खुले में गतिविधियां पूरी तरह से बंद करने की अपील की थी। उन्होंने लिखा था कि बच्चे जब शारीरिक परिश्रम करते हैं तो उन्हें ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में सांस के साथ प्रदूषण की बड़ी मात्रा बच्चों के शरीर में जाती है और इससे फेफड़ों पर असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस समय हृदय और अस्थमा के मरीजों के अलावा बुजुर्ग और बच्चों को कम से कम घर से बाहर निकलना चाहिए।

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