जांच का समय
गलत हायरिंग को समझने के लिए ज्यादा समय लेना सही नहीं है। आप किसी एम्प्लॉई को जांचने के लिए 90 से 120 दिनों का समय ले सकते हैं। अगर आपको लगे कि कंपनी के लिए गलत व्यक्ति का चुनाव किया गया है तो आप समय रहते सही कदम उठा सकते हैं। इससे कंपनी को कोई नुकसान नहीं होगा और भविष्य की प्लानिंग भी कर सकते हैं।
कारण पता करें
किसी एम्प्लॉई के बारे में कोई भी धारणा बनाने से पहले आपको उसका कारण पता करना चाहिए। हो सकता है कि बतौर मैनेजर आप सही तरह से चीजों का विश्लेषण न कर पा रहे हों। अगर कोई छोटी समस्या है तो आप एम्प्लॉई को सुधार के लिए कह सकते हैं। कई बार वाकई चीजें गलत दिशा में जाने लगती हैं, ऐसे में आप कोई कठोर कदम भी उठा सकते हैं।
ठोस सबूत जुटाएं
आपको गलत हायरिंग से संबंधित तथ्यों को जुटाने का प्रयास करना चाहिए। किसी पर जुबानी आरोप लगाने के बजाय अगर आप आंकड़ों के माध्यम से अपनी बात को सही साबित करेंगे तो ज्यादा फायदा होगा। उदाहरण के तौर पर यौन उत्पीडऩ के मामले में आपको किसी भी कार्रवाई से पहले सबूत जुटाने होंगे, तभी आगे बढ़ पाएंगे।
फीडबैक दें
कई बार गलत हायरिंग को फीडबैक देने से भी चीजों में सुधार आ सकता है। हो सकता है कि वह व्यक्ति कंपनी के कार्यों में रुचि लेने के बजाय अपने निजी स्वार्थों को पूरा करने में लगा हो। आपको उसे लगातार काम के बारे में फीडबैक देना चाहिए और उसे सुधार करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। अगर आप उसके साथ लगातार संवाद करेंगे तो वह भी चीजों को सुधारने में मदद करेगा। फीडबैक देने से उसे डायरेक्शन देते हैं, जो मददगार साबित होता है।
काउंसलिंग कराएं
समय पर रिजल्ट्स न दे पाने वाले एम्प्लॉइज में सुधार किया जा सकता है। इसके अलावा धीरे-धीरे सीखने वाले एम्प्लॉइज के लिए काउंसलिंग का प्रबंध किया जा सकता है। इससे फायदा हो सकता है। कई बार एम्प्लॉई खुद चीजों में सुधार करना चाहता है, ऐसे में आपको आगे बढक़र उसकी मदद के लिए तैयार रहना चाहिए।