ग्लोबली 63 प्रतिशत से ज्यादा स्मॉल बिजनेस सीआरएमएस सिस्टम का उपयोग कर रहे हैं लेकिन इंडिया में सीआरएमएस का उपयोग करने वाले स्मॉल बिजनेस की संख्या 13 प्रतिशत से भी कम है। जबकि स्मॉल फर्म और एंटरप्रेन्योर से जुड़ी अमरीकन बिजनेस सोसायटी के अनुसार यदि सीआरएमएस सिस्टम का उपयोग सही प्रकार से किया जाए तो स्मॉल बिजनेस की ग्रोथ तीन वर्षों के भीतर दोगुनी हो सकती है। एक यंग एंटरप्रेन्योर के लिए जरूरी है कि वह सीआरएमएस का चयन मार्केट ट्रेंड के अनुसार नहीं, जरूरत के अनुसार करें। इसके बारे में जानकारी जुटाएं और रिसर्च करें कि क्या वह सिस्टम आपके बिजनेस के लिए उपयोगी भी है या नहीं।
मा र्केट में कई आईटी फर्म रेडिमेड कस्टम मेड सीआरएमएस सिस्टम उपलब्ध करा रही हैं। इन सिस्टम्स में आप अपनी जरूरत के अनुसार डेटा फीड कर इनका उपयोग कर सकते हैं। ऐसे सिस्टम्स की सबसे बड़ी खामी है अपडेशन और बड़े बदलाव नहीं कर पाना। इसलिए जब भी सिस्टम का उपयोग करने का सोचें तो उसे अपनी जरूरतों के अनुसार डिजाइन कराने की कोशिश करें। देश में सीआरएमएस सिस्टम के डिजाइन के लिए आपको 50 हजार से एक लाख तक के बजट की जरूरत होगी। बजट का ध्यान रखने के साथ वर्तमान में अपने कस्टमर की संख्या और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखकर सिस्टम डिजाइन करवाएं।
सीआरएमएस डिजाइन कराएं तो उसमें एसएमएस सर्विस, टेलीफोन और ई-मेल टेम्पलेट सहिस अन्य कम्यूनिकेशन फीचर से लैस हों। इसमे कस्टमर डेटा प्रोटेक्शन, एड्रेस और फिल्टर जैसी सुविधाएं भी हों। इसके अलावा बीते करीब एक वर्ष में सीआरएमएस सिस्टम में जो फीचर सबसे अधिक पसंदीदा रहा है उनमें शामिल है रिपोर्ट जनरेशन का फीचर। इसी प्रकार के नए फीचर वाले सीआरएमएस सिस्टम को प्राथमिकता दें।
कम्यूनिकेशन और कस्टमर बेस बढ़ाने के लिए डिजाइन किए जाने वाले इन सिस्टम्स में जिन फीचर पर सबसे अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है कि कस्टमर को आपसे कनेक्ट होते समय अधिक इंतजार ना करना पड़े। वही आपका रेस्पॉन्स भी कस्टमर को सही समय पर मिले इस बात का भी आप ध्यान रखें। सिस्टम से आप स्वयं फ्रेंडली रहें और प्रयास करें कि जिस भी कंपनी की आप ने सर्विस ली है वह आपको 24 घंटे सपोर्ट दें।