थोड़ी उम्र हो जाने पर नई शुरुआत थोड़ी ट्रिकी हो सकती है क्योंकि तब आप पर काफी जिम्मेदारियां होती हैं, जिन पर आपके फैसले का सीधा असर होने वाला होता है। यह आपका जीवन साथी हो सकता है, आपके पैरेंट्स, बच्चे हो सकते हैं या फिर दोस्त भी हो सकते हैं। इसलिए नए क्षेत्र में कूदने से पहले इन सभी से बात करें।
हो सकता है कि इस उम्र तक आप एक अच्छी-खासी नौकरी कर रहे हों और आपको अपने खर्चों की चिंता न करनी पड़ती हो लेकिन स्टार्टअप शुरू करने के लिए आपको अपना इरादा मजबूत रखना होगा और खुद पर भरोसा करना होगा। आपको यह भी भरोसा रखना होगा कि जिस सेक्टर में आप प्रवेश करने वाले हैं, वहां आप काफी कुछ बदल दें। जिस क्षेत्र में सब पैर रख रहे हों, वहां न जाएं।
स्टार्टअप से पहले यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि अगले 24 महीने के सभी खर्चों यानी ईएमआई चुकाने से लेकर व्यक्तिगत खर्चों तक के लिए आपके पास पर्याप्त फंड हो, यह पैसा उस पैसे से अलग होना चाहिए, जो आप स्टार्टअप में लगाने वाले हैं। हो सकता है कि आप सफलता को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हों लेकिन उसके बावजूद अपने दोस्तों और परिजनों को पैसे के लिए कह कर रखें।
जहां युवावस्था में सब कुछ तेजी से सीखने का क्रेज रहता है, वहीं 35 के बाद मिड और सीनियर लेवल पर एक्जीक्यूटिव कंफर्ट जोन से बाहर आने के लिए आसानी से तैयार नहीं होते। वर्किंग स्टाइल में बदलाव के तैयार न होना टीम मेंबर्स और जूनियर्स से बहस की वजह बनता है। याद रखें, एंटरप्रेन्योर बनने के बाद आप कंपनी के सीईओ से लेकर मेल बॉय तक खुद हैं, इसलिए सभी तरह के काम करें।
एंटरप्रेन्योरशिप के दौरान बहुत सारे उतार-चढ़ाव आएंगे। आपको कभी सफलता मिलेगी तो अचानक कभी बड़ा नुकसान हो जाएगा। ऐसे में आपको काफी स्ट्रेस हो सकता है। इसलिए इस दौरान एक्सरसाइज करना न छोड़ें क्योंकि इससे आपका शारीरिक और मानसिक दोनों तरह का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप स्ट्रेस से उबर पाएंगे। अगर आपका कोई पार्टनर भी है तो टीम स्पोर्ट चुनें।