स्कूली छात्रों का परखा जाएगा लर्निंग लेवल
नई दिल्ïली। मानव संसाधन मंत्रालय आठवीं तक के विद्यार्थियों के सीखने के स्तर को परखेगा। स्कूल शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप ने राज्यों के शिक्षा सचिवों के साथ शुक्रवार को दिल्ली में बैठक कर आंकड़ों का विश्लेषण करने के निर्देश दिए। सर्व शिक्षा अभियान के तहत 13 नवंबर को नेशनल अचीवमेंट सर्वे (नास) की बैठक होगी। उस बैठक में नास देश भर की स्कूलों का सैंपल सर्वे लेकर सर्वे के आंकड़े रखेगा। एनसीईआरटी की ओर से नास की 2014 के बाद यह दूसरी बैठक होगी। इसलिए इस बैठक लेकर सभी अधिकारी काफी गंभीरता दिखा रहे हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एनसीईआरटी) के लिए नास नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी। देश भर के 5200 स्कूलों से सैंपल लेकर नास एचआरडी मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगा।
उस सैंपल सर्वे के आधार पर देश के विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता को आंका जाएगा। यह कक्षा तीन, पांच और आठवीं के छात्रों का सर्वे करेगा। सर्वे में छात्र की विश्लेषण क्षमता को परखा जाएगा। इन आंकड़ों के आधार पर कक्षा तीन, पांच और आठवीं के छात्रों का राष्ट्रीय स्तर का स्टूडेंट लर्निंग लेवल मानक बनाया जाएगा। केंद्रीय स्कूल शिक्षा सचिव ने राज्यों के शिक्षा सचिव, निदेशकों और कमिश्नरों को 13 नवंबर को होने वाली नास की बैठक की तैयारी जुटने के निर्देश दिए।
ये विषय शामिल
राजस्थान सर्व शिक्षा अभियान के कमिश्नर जोगाराम ने बताया कि एचआरडी ने सभी राज्य शिक्षा सचिव व कमिश्नर्स को स्कूलों के आंकड़ों की विश्लेषण करके छात्रों के लर्निंग लेवल समझें। सर्वे में कक्षा पांच तक के छात्रों से विज्ञान, गणित, और हिंदी विषयों के आधार पर प्रश्नोत्तरी होगी। कक्षा आठ के छात्रों के लिए गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों के ज्ञान के आधार पर सर्वे करेगा।