धीरे-धीरे बदलाव की ओर बढ़ें
कोरोना के बाद आए परिवर्तन को बोझ समझकर या दुखी मन से अपनाने की अपेक्षा सहर्ष स्वीकार करने का प्रयास करें। किसी भी परिवर्तन को अचानक अपनी लाइफ का हिस्सा बनाने की अपेक्षा उसे धीरे-धीरे अपनाएं जिससे कि आपको अधिक परेशानी का सामना ना करना पड़े। जैसे कि सोशल कनेक्टिविटी यदि आप अधिक मिस करते हैं तो उसके लिए नए उपाय तलाशें।
करें खुश रहने की कोशिश
कोविड के दुष्प्रभाव से बचने के लिए जरुरी है कि आप अपने जीवन की प्रतिदिन की छोटी-छोटी खुशियों की ओर ध्यान केन्द्रित करें। ऑफिस से लेकर घर तक की एक्टिविटी में स्वयं को व्यस्त रखें और परिवार के साथ अधिक से अधिक समय व्यतीत करें। ताकि नकारात्मक बातों का प्रभाव आप पर कम से कम हो।
विषम परिस्थितियों से सीखने का प्रयास
समाजशास्त्रियों की राय है कि इंसान को विषम हालात में भी सीखने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए। कोरोनाकाल भी उन्हीं परिस्थितियों में से एक है जो कि हमें मानसिक रुप से मजबूत व्यवहार करने की प्रेरणा दे रहा है। इसलिए आपको चाहिए कि पोस्ट कोविड लाइफ में जीवन के लिए कुछ नए संकल्प लें और जीवन को उसी के अनुसार जीने का प्रयास करें। चाहे वह फिर आपको शारीरिक रुप से स्वस्थ रहने का संकल्प हो या फिर आर्थिक मोर्चे पर आने वाली विपरीत परिस्थितियों का सामना करने का प्रण हो।