प्रीहेडर वह टेक्स्ट वह होता है, जो हेडर इमेज के ठीक ऊपर होता है। स्मार्टफोन्स में तो यह टेक्स्ट का वह हिस्सा होता है, जो सबसे पहले दिखाई देता है। इसलिए ‘टू व्यू दिस ईमेल इन योर ब्राउजर…’ जैसे बोरिंग प्रीहेडर की बजाय कुछ यूनीक टेक्स्ट यहां डालें। आप इसे बहुत गंभीर बनाने से भी बचें। आप यहां तक इसमें कुछ मजेदार लाइंस भी डाल सकते हैं। इसे पढक़र ईमेल पाने वाला आपके मैसेज को पूरा जरूर पढऩे के लालायित होगा और आपके बिजनेस को फायदा जरूर मिलेगा।
आजकल ज्यादा स्मार्टफोन ईमेल क्लाइंट्स के लिए बाय डिफाल्ट इमेज इनेबल्ड होते है। कोई भी व्यक्ति आसानी से इस डिफॉल्ट सेटिंग को ऑफ नहीं करता। इसलिए आपके लिए यह सोचना बहुत जरूरी है कि आप अपने ईमेल मार्केटिंग मैसेज में किस तरह की इमेज डाल सकते हैं। याद रखें, क्लाइंट कोई भी हो, किसी भी बैकग्राउंड का हो, इमेज बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए ईमेल कोई भी रैंडम इमेज डालने की बजाय ऐसी इमेज डालें जो कंटेट के मुताबिक हो। कभी अशिष्ट इमेज न डालें।
मेल किसकी ओर से है, इसी के साथ महत्वपूर्ण है कि उसकी सब्जेक्ट लाइन क्या है। हो सकता है कि ईमेल पाना वाला आपको न पहचाने, उस परिस्थिति में अगर सब्जेक्ट लाइन क्रिएटिव, डिस्क्रिप्टिव होगी तो वह ईमेल पाने को इसे पढऩे के लिए मजबूर करेगी। इसलिए ईमेल डिलीट या इग्नोर होता है या फिर खोल कर पढ़ा जाता है, इसमें सब्जेक्ट लाइन अहम है। आपका ईमेल इग्नोर न हो, इसका विशेष ध्यान आप रखें।
प्लेटफॉर्म और डिवाइस के मुताबिक ईमेल डिजाइन करना कोई नया कंसेप्ट नहीं है, बल्कि आज रेस्पॉन्सिव डिजाइंड ईमेल्स का जमाना है। आज ज्यादा से ज्यादा लोगों के पास स्मार्टफोंस है और वे ईमेल को उनके मुख्य ‘एप’ की तरह इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में रेस्पॉन्सिव डिजाइंड ईमेल टैंपलेट होने से यह न केवल तकनीकी रूप से आसान होगा, बल्कि आपका मार्केटिंग ऑटोमेशन वेंडर भी आपके साथ आसानी से काम कर पाएगा।
जब मोबाइल की बात आती है तो ईमेल बहुत महत्वपूर्ण होता है। जब भी कोई इनबॉक्स में जाता है तो सबसे पहले वह यही देखता है कि ईमेल किसकी तरफ से आई है। यदि सब्सक्राइबर ईमेल भेजने वाले का नाम नहीं पहचानता या भेजने वाले पर भरोसा नहीं करता तो इस बात की बहुत कम संभावना है कि वह मैसेज खोल कर भी देखेगा। इसलिए बिजनेस बढ़ाने के लिए आपको सब्सक्राइबर्स का ट्रस्ट कमाना होगा।
किसी भी ईमेल मार्केटर को अनसब्सक्राइब बटन देना सीखना ही होता है और ज्यादातर यह देते भी हैं लेकिन आपके लिए यह ध्यान रखने की जरूरत है कि आपके अनसब्सक्राइब लिंक का आपके ईमेल के दूसरे लिंक्स से क्या संबंध है। आपको इसे दूसरे लिंक्स के पास रखने से बचना चाहिए। कई बार मार्केटर अनसब्सक्राइब बटन को मुख्य कॉल टू एक्शन के नजदीक ही रख देते हैं और इस तरह से वे अपने लॉयल सब्सक्राइबर को खो देते हैं।
यह भी एक महत्वपूर्ण स्टेप है और केवल मोबाइल ऑप्टीमाइज ईमेल्स के लिए ही नहीं, सभी के लिए महत्वपूर्ण है। आपको ईमेल भेजने के साथ यह भी सुनिश्चित करना होता है कि आपका कॉल टू एक्शन बड़ा और बोल्ड हो। याद रखें, कोई भी सब्सक्राइबर कभी आपके कॉल टू एक्शन को सर्च नहीं करेगा। कई बार छोटे लिंक्स क्लिक करने के लिए भी मुश्किल होता है क्योंकि हर व्यक्ति की अंगुलियों का साइज अलग-अलग होता है। आपका कॉल टू एक्शन उन्हें समझ आना चाहिए। आप इसे क्लियर, बड़ा और क्लिक करने में सिंपल बनाएं।