18 की उम्र में पूरा हुआ सपना
उम्र के 18वें पड़ाव पर न्यूयॉर्क सिटी बैले क्लब में एकल, मुख्य और लीड रोल के रूप में बैले परफॉर्म करने का अवसर मिला। 2011 में उन्होंने ‘स्वान डांस प्रोजेक्ट’ के जरिए आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की लड़कियों को बैले का प्रशिक्षण देना शुरू किया। वे बच्चों से कहती हैं कि जिंदगी में बहुत से मौकों पर ‘नहीं’ सुनना पड़ेगा लेकिन निराश होने की बजाय दोगुनी ताकत से अपने सपनों को पूरा करने पर ध्यान देना। एक दिन यही लोग आपके लिए खड़े होकर तालियां बजाएंगे।
जज्बे को मिला सम्मान
2016 में ऐश को अफ्रीकन-अमरीकन पेशेवर बैले डांसर और स्वान ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत किए सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। वे कहती हैं कि अगर आपने कोई सपना देखा है तो इसपर पूरी शिद्दत से भरोसा करो।