यह पुरस्कार उन सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है जिन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के रास्ते में आने वाली अपनी उम्र, भौगोलिक बाधाओं तथा अन्य सभी प्रकार की बाधाओं को सफलतापूर्वक पार किया है। उन्होंने भारतीयों के दिमाग में सदियों से चली आ रही रूढ़िवादी मानसिकता को बदलने के लिए प्रयास किया और लैंगिक असमानता और भेदभाव के खिलाफ लड़ने का कार्य किया।
हाल ही 8 मार्च को 15 महिलाओं को समाज में दिए गए उनके अतुलनीय योगदान के लिए इस वर्ष का नारी शक्ति पुरस्कार दिया गया। ये सभी विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं, उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में जागृति की अलख जगाई हैं और सभी ने अकेले ही अपने दम पर अपनी पहचान बनाई और वो मुकाम हासिल किया जिसकी वो हकदार थी।