यदि कई क्लाइंट लंबे समय से आपके पास आ रहे हैं तो इसका यह मतलब न निकाल लें कि वे सिर्फ आपकी फीस कम होने की ही वजह से आ रहे हैं और फीस बढ़ाते ही वे चले जाएंगे।
कई लोग बढ़े हुए रेट देने से इंकार करने के लिए ठीक उसी तरह मोलभाव पर उतर आते हैं, मानो सब्जी मंडी में खड़े हों। ऐसे क्लाइंट्स को अपनी वे सारी विशेषताएं गिनवा दें, जो उन्हें किसी दूसरे के पास नहीं मिलने वाली हैं।
आप हर वक्त इस स्थिति में नहीं होते कि अपनी मर्जी चला सकें। इस स्थिति में आने के लिए अपने हुनर को इतना निखारें कि कोई और उसकी बराबरी न कर पाए।