जरूरत को पहचानें
मशहूर कहावत है कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है। इस बारे में सोचें कि आपका आइडिया किस तरह से यूनीक है और यह टारगेट ऑडियंस की लाइफ में किस तरह से वैल्यू जोड़ सकता है और आप किस तरह अपने आइडिया पर काम करेंगे। आपको एक स्पष्ट लक्ष्य प्राप्त करने और प्रभाव छोडऩे के लिए अपने ऑडियंस की जरूरत पर फोकस करना चाहिए।
इनोवेट करें
यह स्पष्ट रूप से पता होना चाहिए कि आइडिया में इनोवेशन क्या है। यह दूसरों से कैसे अलग है और यह क्या फायदे पहुंचा सकता है। आपको समस्या के बारे में बताते हुए यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि आपका आइडिया किस तरह से सोल्यूशन ऑफर कर सकता है। आपको अपने आइडिया को अलग पहचान दिलानी चाहिए ताकि आप अपने कॉम्पिटिटर्स के आइडियाज से खुद को अलग रख सकें।
कॉन्सेप्ट क्लियर हो
आपका कॉन्सेप्ट जितना ज्यादा क्लियर होगा, आपको उतना ही फायदा होगा। इससे आइडिया को विकसित होने के लिए प्लेटफार्म मिल पाएगा। प्लान की ड्राफ्टिंग करने से पहले आइडिया के साथ विस्तृत रिसर्च करनी चाहिए। यह दर्शाना होगा कि आइडिया को बेहतर तरीके से लागू किया जा सकता है। अगर आइडिया के बारे में अपने बॉस को कन्विंस कर पाते हैं तो आपको फायदा हो सकता है।
विस्तार पर निगाह रखें
कई बार आइडिया बहुत अच्छा होता है, पर आप उसके विस्तार के बारे में नहीं सोच पाते हैं और रियल टाइम लॉजिस्टिक्स भूल जाते हैं। अगर आइडिया को बड़े स्तर पर अप्लाई नहीं किया जा सकता है तो यह बिजनेस के नजरिए से किसी काम का नहीं रह जाता है।