पॉजिटिव रखें सोच
जीतता वही है, जो अपने जीतने की उम्मीद रखता है। यदि आप अपनी जीत का लक्ष्य ही नहीं बनाकर चलेंगे और उसके प्रति अपनी सकारात्मक सोच ही नहीं रखेंगे तो जीतेंगे कैसे? इसलिए जीवन में परिस्थिति कैसी भी क्यों न हो, अपनी सोच को पॉजिटिव रखें। उस स्थिति की समस्या से पार पाना आपका लक्ष्य होना चाहिए, उससे घिरकर हार मान लेना नहीं। इस अप्रोच से आप आगे ही जाएंगे।
न चाहें रियायत
वाकई आगे बढऩा चाहते हैं तो जीवन के किसी भी पहलू में किसी किस्म की रियायत की उम्मीद न करें। जब आप किसी दूसरे से आस लगाकर बैठ जाते हैं तो अपने काम में अपनी ओर से प्रयास करना भूल जाते हैं। यह सही नहीं है।
खुद पर करें यकीन
भले ही अब तक आपने बहुत गलत निर्णय लिए हों लेकिन अपनी क्षमताओं को हमेशा ध्यान में रखें। इसका अर्थ खुद को लेकर गलतफहमी पालने से नहीं है। लेकिन अपनी क्षमताओं पर यकीन न खोएं। खुद पर यकीन से ही आप जीतेंगे।
प्रेरणा को खोजें
प्रेरणा के लिए आपको किसी बिजनेस टायकून को चुनना जरूरी नहीं है। आप अपना काम तल्लीनता से करने वाले किसी कारीगर से भी प्रेरणा ले सकते हैं। आसपास प्रेरणा खोजें।