Published: Jun 25, 2018 05:58:05 pm
कमल राजपूत
प्रग्गनानंधा ने 12 साल 10 महीने की उम्र में शतरंज जगत में इतिहास रचते हुए इंटरनेशनल लेवल अपने भारत देश का नाम रोशन किया है।
कामयाबी हासिल करने की कोई उम्र नहीं होती है। इसके लिए जो सबसे आवश्यक है वो आदमी के अंदर कुछ करने की जजबा। कुछ बच्चे कम उम्र में ही अपने माता पिता को वो सम्मान दिला देते है, जिसकी वो कल्पना भी नहीं करते हैं। ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है चेन्नई के 12 साल के प्रग्गनानंधा ने।