जिले में तेजी से बढ़ रहे हृदयरोगी बच्चे
मंडला•Aug 08, 2019 / 05:19 pm•
Mangal Singh Thakur
24 out of 85 children found cardiovascular
मंडला. जिले में हृदयरोग से पीडि़त बच्चों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बनती जा रही है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि बुधवार को जिला अस्पताल में नारायणा हृदयालय बैंगलोर लिमिटेड की मुम्बई शाखा से आए विशेषज्ञों की टीम ने 85 बच्चों की जांच की जिनमें से 24 बच्चे हृदयरोगी मिले। बताया गया है कि इन सभी बच्चों को सर्जरी की आवश्यकता है। सीएमएचओ डॉ. केसी सरोते ने बताया कि शासन द्वारा संचालित मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के अंतर्गत नि:शुल्क सर्जरी एवं उपचार किया जाएगा।
विशेषज्ञों की टीम ने 85 हृदय रोगी बच्चों की इको-कार्डियो मशीन से जांच की, जिसमें 24 बच्चे हृदय रोग से पीडि़त मिले। शिविर में स्वास्थ्य विशेषज्ञ की टीम में नारायणा हृदयालय के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुप्रतिम सेन द्वारा जांच किया गया। उक्त शिविर में 37 बच्चे फॉलोअप के लिए पहुंचे थे। जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक राजाराम चक्रवर्ती ने बताया कि 16 बच्चों को फॉलोअप कराते हुए एक साल बाद सर्जरी का समय दिया है।
इन बच्चों की होगी सर्जरी
आयोजित शिविर में पार्वती परते 13 वर्ष, आदित्य चक्रवर्ती 15 वर्ष, प्रभा मरावी 11 वर्ष, आयुशी ठाकुर 6 माह, वेदिका मरकाम 5 वर्ष, गुलाबा यादव 8 वर्ष, संगीता बरकड़े 16 वर्ष, पार्थ सोनी 5 वर्ष, धनेश्वरी मार्को 5 वर्ष, शिवम मर्सकोले 15 वर्ष, संस्कार अहिरवार 2 वर्ष, प्रीत जंघेला 1 वर्ष, कृपा विश्वकर्मा 11 वर्ष, तनु झारिया 7 वर्ष, आर्थव पावले 10 माह, अंजली कुर्वेती 9 वर्ष, हर्ष विश्वकर्मा 1 वर्ष, सायना पन्द्रो 4 वर्ष, शैलेष कुलस्ते 5 वर्ष, आचल जंघेल 8 साल, अभिलाषा मरावी 8 वर्ष सर्जर के लिए चयनित किए गए हैं।
फॉलोअप के लिए आए 37 बच्चे
योजना के तहत हृदय रोग से पीडि़त चिन्हित बच्चों का शासन द्वारा नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। बच्चों की सर्जरी के बाद अगले तीन माह तक बच्चों का फॉलोअप नि:शुल्क किया जाता है। फॉलोअप में तीन माह तक आवश्यक दवाईयां, जांच परीक्षण नि:शुल्क दी जाती है। इससे पहले चयनित उपचार हृदय रोगी बच्चे फॉलोअप के लिए भी शिविर में पहुंचे। इनका जांच परीक्षण किया गया। जिन्हें डॉक्टर ने खानपान और समय पर दवाईयां लेने की सलाह दी।
जिन परिजनों ने पीडि़त बच्चों के दस्तावेज जमा नहीं किये है उनसे कहा गया है कि वे जिला चिकित्सालय स्थित डीईआईसी कार्यालय मंडला में जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, मूलनिवासी प्रमाण पत्र, परिचय पत्र, दो कलर फोटो जमा करें।
डीपीएम डॉ. जेपी सिंह ने बताया कि हृदय रोग से पीडि़त बच्चों के लिए आयोजित शिविर में पिछले शिविर के माध्यम से पीडि़त बच्चों की सर्जरी की गई जो अभी स्वस्थ है। ये सभी बच्चे आयोजित शिविर में फॉलोअप चेकअप के लिए पहुंचे।