निजी चिकित्सकों की शरण में मरीज
जिले के ग्रामीण इलाको में शायद ही ऐसा कोई गांव हो, जहां वर्तमान में वायरल फीवर और सर्दी-जुकाम के मरीज न हो। यही कारण है कि डॉक्टरों की दुकानों पर दिन भर मरीजों और परिजनो की भीड़ लगी नजर आती है, जहां मरीजों को घंटो में नंबर आता है। गांवों में बुखार व सर्दी जुकाम के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। हालांकि गांवों में भी कोरोना संक्रमण के मरीज सामने आ र हे हैं, लेकि न ग्रामीण वायरल फीवर को भी कोरोना समझ रहे हैं, जिसके चलते वे अस्पतालों में जांच कराने से कतरा र हे हैं कि क हीं कोरोना पॉजीटिव न आ जाए।
इनका कहना
अब तक दलों द्वारा एक लाख 79 हजार 233 घरों एवं 8 लाख 26 हजार 234 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। सर्वे के दौरान संभावित मरीजों की कोरोना की जांच कराई जा रही है एवं आवश्यकता अनुसार उन्हें होम आइसोलेट या संस्थागत भर्ती भी कराया जा रहा है।
डॉ श्रीनाथ सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
फैक्ट फाइल
सर्वे के लिए बनाई गई टीम 337
अब तक कुल घरों का सर्वे 179233
कुल लोगों की जांच 826234
फीवर क्लीनिक में रेफर 535
कोविड-19 पॉजिटिव 31
22 अप्रैल से शुरू सर्वे 7 मई तक चलेगा