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अब तक 69 पक्षियों की मौत, फिर भी लापरवाही

locationमंडलाPublished: Jan 18, 2021 10:46:15 am

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

तीन की पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद पोल्ट्री के आयात निर्यात प्रतिबंधित

अब तक 69 पक्षियों की मौत, फिर भी लापरवाही

अब तक 69 पक्षियों की मौत, फिर भी लापरवाही

मंडला. जांच के लिए भेजे गए तीन पक्षियों में एच 5, एन 8 वायरस की पुष्टि होने के साथ बर्ड फ्लू को लेकर जिला प्रशासन गंभीर हो गया है। जिसके लिए पक्षियों के आयात निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया। वहीं पशु चिकित्सा विभाग में कंट्रोल रूम स्थापित कर निगरानी की जा रही है। इसके बाद भी पशुचिकित्सा विभाग बर्ड फ्लू को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। पक्षियों की निगरानी के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का फोन रविवार को पूरे दिन नहीं उठा। जबकि एक दिन पूर्व ही जिले में बर्ड फ्लू पॉजिटिव की पुष्टी हुई है।


हांलाकि की ग्रामीण क्षेत्र के पशुचिकित्सकों की टीम मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही है। सभी विकासखंडों में नियंत्रण के लिए टीम गठित की गई है। नियंत्रण एवं शमन कार्य में संलग्न अमले द्वारा पीपीई किट पहनकर एंटी वायरल ड्रग के बाद कार्यवाही की जा रही है। पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद बाजार में बायो सिक्युरिटी मापदण्डों का पालन किया जा रहा है। पशु चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन के कार्यों की रिर्पोटिंग संचालनालय पशुपालन चिकित्सा अधिकारी को ईमेल के द्वारा कर रहे हैं। बताया गया कि जिले में अब तक 69 पक्षियों की मौत की सूचना मिली है। जिसमें आप्रकृतिक रूप से मौत होने पर दो कौवा और एक कबूतर का सैंपल भोपाल भेजा गया था। भारत शासन द्वारा जारी एडवाइजरी अनुसार सभी प्रभावित जिलों में एवियन इनफ्लूएंजा से बचाव, रोकथाम और नियंत्रण के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। पशु चिकित्सा अधिकारियों से पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद बाजार, फार्म, जलाशयों एवं प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखने के साथ मुर्गियों का नियमित सर्विलांस करने के निर्देश दिये गये हैं। सभी जिलों में कंट्रोल रूम की स्थापना की जाकर रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन कर दिया गया है।


नियंत्रण के लिए कन्ट्रोल रूम बना
जिले में बर्डफ्लू के मामलों को देखते हुए कार्यालय उपसंचालक पशु चिकत्सा सेवाएं मंडला में स्थापित बर्डफ्लू नियंत्रण एवं किसी भी प्रकार की सूचना या समस्या को साझा करने के लिए कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम का नंबर 07642-252554 है। उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में जिलेवासी बर्डफ्लू से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या या सूचना की जानकारी दे सकते हैं।


धारा 144 के तहत आदेश जारी
अपर जिला दंडाधिकारी ने जिले में बर्ड फ्लू रोग की पुष्टि की सूचना प्राप्त होने से, जन सामान्य के स्वास्थ्य हित को ध्यान में रखते हुए, जिले के सम्पर्ण राजस्व सीमा क्षेत्र में पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद (अंडा, चूजे, मुर्गी, मुर्गा एवं अन्य पक्षी) के जिले में प्रवेश एवं जिले से बाहर भेजने में दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत आगामी आदेश पर्यन्त प्रतिबंधित करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

70 डिग्री में 30 मिनिट पकाकर खाएं चिकिन
सेवानिवृत्त चिकित्सक पीके ज्योतिषी ने बताया कि पक्षियों को बर्ड फ्लू एवं अन्य कई बीमारियां हो सकती है। ये बीमारियां एक पक्षी से दूसरी पक्षी में व दूषित पानी से अथवा प्रभावित पक्षी के मल-मूत्र पंखों के जरिये पूरे झुंड को तेजी से प्रभावित करती है। पक्षियों को बाड़े में बंद रखें। केवल पोल्ट्री फार्म के देखभाल करने वालों को ही पक्षियों के पास जाना चाहिए। बाड़े में एवं उसके आसपास साफ-सफाई रखें। पक्षियों का भोजन और पानी रोजाना बदलें। नये पक्षियों को कम से कम 30 दिनों तक स्वस्थ पक्षियों से दूर रखें। पॉल्ट्री के संपर्क में आने से पहले और बाद में अपने हाथ, कपड़ों और जूतों को संक्रमण मुक्त करें। सामान्यत: बर्ड फ्लू का वायरस 70 डिग्री सेल्सियस पर नष्ट हो जाता है। अण्डे व चिकन 70 डिग्री सेल्सियस तापमान पर 30 मिनिट तक पका कर खाने में कोई नुकसान नहीं है।

नैनपुर की टीम लगातार क्षेत्र का निरीक्षण कर रही है। दो दिन के बीच अप्रकृतिक रूप से किसी भी पक्षी की मौत की जानकारी नहीं आई है। पोल्ट्री संचालकों को भी सावधानी बरतने की जानकारी दी गई है।
डॉ निवेदिता कुशराम, पशुचिकित्सक नैनपुर

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