एक माह बाद भी किसानों को नहीं मिला भुगतान
मंडलाPublished: Feb 01, 2019 08:23:08 pm
समर्थन मूल्य पर धान विक्रय के बाद भुगतान का इंतजार कर रहे किसान
एक माह बाद भी किसानों को नहीं मिला भुगतान
भुआबिछिया। समर्थन मूल्य पर शासन द्वारा निर्धारित उर्पाजन केन्द्रो में एक माह पूर्व अपनी धान का विक्रय करने वाले किसानों का आज तक भुगतान नहीं हुआ है। धान खरीदी केन्द्रों पर किसान हर दिन चक्कर लगा कर परेशान हो रहे है। मडंला जिले के 43 खरीदी केन्द्रो में लगभग ७ हजार किसानो का आज भी भुगतान अटका हुआ है। जिसमें 395 किसानों का लगभग एक माह से एवं खरीदी की अंतिम तिथि 19 जनवरी को अन्य सभी केन्द्रो में 33 सौ 35 किसानों ने अपनी उपज विक्रय की थी उन्हे भी आज तक भुगतान नहीं हुआ है। जबकि लगभग 4 हजार किसानों का भुगतान पूर्व से ही लंबित है। वहीं प्रशासन को बार-बार शिकायत किए जाने के बाद भी भुगतान के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। जिससे आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसानो में आक्रोष पनप रहा है।
जानकारी के अनुसार विकास खंड बिछिया की आदिम जाती सेवा सहकारी समिति दानीटोला में किसान ओमकार प्रसाद राय ग्राम लपटी ने 5 दिसम्बर 2018 को 52.40 किव्ंटल धान 9 हजार 17 सौ रुपए का विक्रय किया है। इन्हे राशि का भुगतान नहीं हुआ है। इसी तरह इसी खरीदी केन्द्र में अपनी उपज बेचने वाले धमनगांव निवासी किसान प्रभात सिंह पिता जगत सिंह ने पांच दिसम्बर को 16 क्वि धान 28 हजार रुपए में विक्रय किया था लेकिन इन्हे भी भुगतान नही हुआ है। ऐसे ही लगभग संख्या 395 किसान हैं जो एक माह से भुगतान का इंतजा कर रहे हैं।
भुगतान की प्रकिया जटिल होने से परेशान हो रहे है किसान
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केन्द्रो में धान तुलने के बाद समिति द्वारा दूसरे दिन किसानों के खाते में पूर्व के वर्षो में जमा कर दी जाती थी। लेकिन इस वर्ष धान खरीदी केन्द्र से धान परिवहन उपरांन्त भंडारण केन्द्र में पहुचने पर स्वीकृत पत्र बनने एवं समिति प्रबधंक के डिजिटल हस्ताक्षर से ओके किया जाने पर नागरिक आपूर्ति निगम भोपाल से किसानों के खाते में ऑनलाईन पेमेंट डाला जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया में अधिकतम एक सप्ताह किसानों को भुगतान हो जाना चाहिए लेकिन जिले के सभी खरीदी केन्द्रो में हजारो क्विंटल धान परिवहन होकर भंडारण केन्द्र तक ना पहुंचने से किसानो को भुगतान नहीं हो पा रहा है। बिछिया तहसील के उपार्जन केन्द्र खलौडी में लगभग 14 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई है जिसमें महज एक हजार क्विंटल धान का ही अब तक परिवहन हो सका है।
किसानों को उपार्जन केन्द्र से दी गई पावती में सात दिन के भीतर किसानों के बैंक खाते में भुगतान की राशि प्राप्त ना होने की स्थिति मेंं फोन नंबर देकर शिकायत करने की बात कही गई है। लेकिन ज्यादातर इस नंबर पर कॉल रिसीव नहीं हो रहा है।
एमडी नागरिक आपूर्ति निगम को शिकायत
मप्र नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध संचालक सुफिया फारूखी से पूर्व मंडी अध्यक्ष सुनील नामदेव की दूरभाष पर 22 जनवरी को किसानों को भुगतान ना होने की स्थिति से अवगत कराया गया था। जिस पर प्रबंध संचालक ने त्वरीत कार्यवाही का आशवासन भी दिया था। वहीं विभागीय स्तर पर जिन किसानों का लगभग एक माह से भुगतान लंबित है उनकी सूची में सुधार कर भेजे जाने के बाद भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। पूर्व मंडी अध्यक्ष भुआबिछिया सुनील नामदेव का कहना है कि सर्मथन मूल्य पर की गई खरीदी का भुगतान पूर्ववर्ती व्यवस्था अनुसार किया जाए। किसानों को बिना कारण के परेशान किया जा रहा है। प्रबंधक आदिमजाति सेवा सहकारी समिती दानीटोला चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय का कहना है कि जिन किसानो का भुगतान लंबित है उनकी सूची वरिष्ट कार्यालय को भेज दी गई है जिसका निराकरण उन्ही के स्तर पर संभव है।