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आखिर आदिवासी समाज ने क्यों मनाया काला दिवस

locationमंडलाPublished: Jan 03, 2018 11:25:56 am

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

समाज को एकजूट करने लिया यह निर्णय

After all tribal society celebrated the art day

After all tribal society celebrated the art day

नारायणगंज. विकासखंड बीजाडांडी के ग्राम भौंड़ी के नजदीक ऐतिहासिक स्थल रमना गढ़ी में युवा परिचय मांदी एवं काला दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत रमना गढ़ी किला में विराजमान देव शक्तियों को दीप प्रजवलित करके व रार का होम धूप देकर नमन किया गया। साथ ही सप्तरंगी ध्वज एवं गोंड़वाना राज्य चिन्ह ध्वज किला परिसर में समाजजनों के द्वारा चढाई गई। बताया गया कि 1 और 2 जनवरी 1948 को 5 वीं अनुसूची की अनुपालन करने की मांग कर रहे इस देश के मूलनिवासी आदिवासियों को सरकार के इशारे में पुलिस प्रशासन द्वारा अंधाधुंध की गई गोलीबारी में तकरीबन 10 हजार आदिवासी शहीद हुए थे। काला दिवस मनाते हुए शहिदों के प्रति दुख प्रकट करते हुए याद किया गया एवं श्रृध्दांजलि दी गई। कार्यक्रम में अन्य विकासखंडों से आये लोगों का परिचय कराया गया। जनपद पंचायत उपाध्यक्ष भूपेन्द्र वरकड़े ने सृष्टि उत्पत्ति, भाषा, धर्म, संस्कृति, सामाजिक दर्शन संहाव, रूढी प्रथा, पारंपरिक रीति रिवाज के संबंध में अपनी बात समाज के सामने रखा। दिनेश सैयाम, राजेन्द्र पट्टा नेशनल जयस कार्यकर्ताओं ने 5 वीं अनुसूची में आदिवासियों को दिए पृथक अधिकार के बारें में विस्तृत जानकारी दी।
डॉ अशोक मर्सकोले ने समाज के चहुंमुखी विकास के लिए युवाओं को जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। स्थानीय बुजुर्गों द्वारा रमना गढ़ी स्थल के बारे में बताया गया कि प्राचीन समय में जब गोंडवाना राज्य था तब इस स्थान में गढ़ा मंडला गढ़ा कटंगा आने जाने वाले राजा रानी और उनकी सेना यहां विश्राम करते थे। जो आज भी खंडहर अवस्था में किले मौजूद है। तालाब जिसमें १२ महिने पानी रहता है। समाज जनों द्वारा इनका रखरखाव जनसहयोग से करने का निर्णय लिया गया। साथ ही वार्षिक कार्यक्रम जो अलग-अलग मनाए जाते है। उनका वार्षिक कलेंडर तैयार कर एकजुट होकर विशाल आयोजन करने का अवाह्न किया।
बताया गया कि 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस गढा मंडला में मनाई जाएगी। 18 सितंबर अमर शहीद शंकरशाह पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह बलिदान दिवस नारायणगंज एवं पौड़ी में मनाई जाएगी। 15 नवंबर भगवान बिरसा मुंडा जयंती बीजाडांडी में मनाई जाएगी। 10 दिसंबर वीरनारायण सोना खान बलिदान दिवस एवं चकिया पाठ बाबा जत्रा महोत्सव गढ़ी मुकासखुर्द में मनाई जाएगी। कार्यक्रम के अंत में गक्कड़ भरता सभी को पंक्ति में बिठाल कर खिलाया गया। कार्यक्रम में करन उइके, राजू मरावी, पुन्नूलाल धुर्वे, कलीराम मर्रापा, बबलू सोयाम, कमलेश तिलगाम, योगेंद्र उइके, पुन्नूलाल तुमराची, झुन्नि सोयाम, वंदना मरावी, अर्पिता मरावी, लक्ष्मी पट्टा, अजय मरावी, धन्नी परस्ते, पवन गौठरिया, रूपसिंह कुंजाम एवं क्षेत्रीय ग्राम मुखिया मुकद्दम, पंच प्रतिनिधि, कर्मचारी अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
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