हाल ही जिला अस्पताल को एक रक्त एकत्रित और परिवहन वाहन उपलब्ध कराया गया है। जिसमें वह सारी सुविधाएं हैं जो ब्लड बैंक में होती हैं। जिले में ब्लड बैंक जिला अस्पताल के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नैनपुर में है। जिले के बाकी अस्पतालों में ऐसी कोई सुविधा नहीं है। इसलिए कई मरीज, घायल व प्रसूताओं को समय पर रक्त नहीं मिल पाता। इतना ही नहीं इन क्षेत्रों में रक्तदान शिविर भी इसलिए आयोजित नहीं हो पाते, क्योंकि दान में आने वाले रक्त को सुरक्षित रखने की सुविधा नहीं। इन सब कमियों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जिले को दिया गया रक्त एकत्रित और परिवहन वाहन पूरा करेगा। वैन में आधुनिक फ्रिज हैं। रक्त स्टोर करने वाली अलमारी का का तापमान 2 से 8 डिग्री के बीच रहेगा, इसी कारण इस वाहन में रक्त को 32 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है। ब्लड बैंक में भी इतने दिन तक ही रक्त को सुरक्षित रखा जा सकता है।
ब्लड कलेक्शन व ट्रांसपोर्टेशन वैन में 100 यूनिट रक्त को सहेजकर रखा जा सकता है। वहीं जिला अस्पताल स्थित रोटरी के ब्लड बैंक में 11 सौ यूनिट रक्त रखने की क्षमता है। लेकिन शिविर आयोजित ना होने के कारण यहां हमेशा ब्लड की कमी बनी रहती है। इसका पूरा संचालक सिविल सर्जन के अधीन होगा जहां आवश्यकता पडऩे पर ब्लड बैंक के कर्मचारियों का सहयोग लिया जाएगा। वैन में दो डोनर काउच हैं, जिस कारण एक साथ दो लोग रक्तदान कर सकते हैं। इसके अलावा ऐसी तकनीक हैं, जो ब्लड बैंक में भी नहीं। इसके अलावा रक्तदान करने आए व्यक्ति के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भी एक डॉक्टर व ब्लड प्रेशर जांचने के लिए एक लैब सहायक भी इसमें रहेगा।
इनका कहना
जिले में अभी तक हम ब्लड बैंक या अस्पतालों में ही रक्तदान शिविर लगवा पा रहे थे, लेकिन अब शिविर के लिए अधिक समय मिलेगा जिससे दूरदराज क्षेत्र के लोग भी रक्तदान कर सकेंगे।
दिलीप चन्द्रौल, महिष्मति गौसेवा एवं रक्तदान संगठन प्रमुख
जैसे ही कहीं शिविर लगेगा वैन का उपयोग किया जाएगा। वैन में 100 यूनिट ब्लड सहजने की क्षमता है। अधिक समय के लिए शिविर लगा सकेंगे। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग रक्तदान कर सकें।
शैलू नामदेव, लैब टैक्नेशियन, जिला अस्पताल