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करवा चौथ पर बन रहे शुभ योग, सूर्य देव की भी होगी कृपा

locationमंडलाPublished: Oct 24, 2021 11:02:13 am

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

महिलाएं रखेंगी निर्जला व्रत, सुख, समृद्धि और पति की लंबी आयु की करेंगी कामना

करवा चौथ पर बन रहे शुभ योग, सूर्य देव की भी होगी कृपा

करवा चौथ पर बन रहे शुभ योग, सूर्य देव की भी होगी कृपा

करवा चौथ पर बन रहे शुभ योग, सूर्य देव की भी होगी कृपा
मंडला। महिलाओं का सबसे प्रिय त्यौहार करवा चौथ कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि मनाया जाता है। आज 24 अक्टूबर को करवा चौथ पर शुभ योग बन रहे हैं। ग्रहों की विशेष स्थिति बनने से इस दिन किए गए व्रत और पूजा-पाठ का कई गुना शुभ फल मिलेगा। करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से शुरू होता है और शाम को चांद निकलने तक रखा जाता है। शाम को चंद्रमा का दर्शन कर के अध्र्य देने के बाद पति के हाथ से पानी पीकर महिलाएं व्रत खोलती हैं।
पंडित विजयानंद शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष वरियान योग 5 वर्ष बाद बन रहा है। इस दिन रविवार का दिन होने से सूर्य देवता की कृपा भी महिलाओं को मिलेगी। चांद निकलने का समय रात्रि 08.10 मिनट रहेगा। यह योग महिलाओं के लिए लाभकारी वा मंगलदायक रहेगा। करवा चौथ के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती है। यह व्रत सुख समृद्धि और पति की लंबी आयु के लिए होता है। महिलाएं रात को चंद्रमा की पूजा दर्शन के बाद और पति का चेहरा देखकर अपना व्रत खोलती है।
बताया गया कि इस व्रत को सुहागिन महिलाओं के अलावा वो कन्याएं भी रख सकती हैं, जिनका विवाह तय हो चुका है। लेकिन कुंवारी कन्याओं को चंद्र दर्शन नहीं करने चाहिए। ज्योतिष में चांद प्रेम और प्रसिद्धि का प्रतीक है। यही वजह है कि सुहागिन महिलाएं करवा चौथ के दिन चंद्रमा की पूजा करती हैं, जिससे उनके आशीर्वाद से सारे गुण उनके पति के अन्दर आ जाए। जो महिलाएं बीमारी या किसी अन्य कारण से करवा चौथ का व्रत न कर पाए, उनके पति को यह व्रत करना चाहिए।
बन रहे शुभ योग :
इस दिन की शुरुआत उभयचरी, शंख, शुभकर्तरी, विमल और शश महापुरुष योग में होगी। साथ ही सूर्योदय और चंद्रोदय के वक्त तुला और वृष लग्न रहेंगे। ये दोनों शुक्र की ही राशियां हैं। ये सौभाग्य, समृद्धि और लंबी उम्र देने वाला शुभ संयोग है। इस दिन रविवार और भरणी नक्षत्र से प्रजापति नाम का एक और शुभ योग दिनभर रहेगा। सितारों की ये स्थिति इस पर्व को और खास बना रही है।

ये है शुभ मुहूर्त :
नीलू महाराज ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र में चांद निकलेगा। जिसके सुहागिन महिलाएं चांद का पूजन करेंगी। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि इस साल 24 अक्टूबर रविवार सुबह 3 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगी, जो अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 45 मिनट तक रहेगी। इस दिन चांद निकलने का समय 8 बजकर 10 मिनट है। पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम 06.55 से लेकर 08.51 तक रहेगा।
पति के प्रति समर्पण का पर्व है करवा चौथ :
करवा चौथ का त्योहार भारतीय संस्कृति के उस पवित्र बंधन का प्रतीक है जो पति-पत्नी के बीच होता है। भारतीय संस्कृति में पति को परमेश्वर की संज्ञा दी गई है। करवा चौथ का व्रत रख पत्नी अपने पति के प्रति यही भाव प्रदर्शित करती है। स्त्रियां श्रृंगार करके ईश्वर के समक्ष दिनभर के व्रत के बाद यह प्रण भी लेती हैं कि वे मन, वचन एवं कर्म से पति के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना रखेंगी।
इनका कहना है
प्रतिवर्ष करवा चौथ का व्रत रहते है। इसको लेकर मन में काफी उत्साह रहता है। करवा चौथ की तैयारियां कर ली है। ससुराल और मायके से तो तौहफा मिलेगा ही, अपने हिसाब से भी अपने लिये खरीददारी कर रहे है। ऐसे तो प्रति पल अपने सुहाग की सलामती की कामना करती हूं लेकिन करवा चौथ के दिन विधि-विधान पूर्वक व्रत करके पति से आशीर्वाद लेने के बाद व्रत पूरी करूंगी।
माधुरी कछवाहा, राजीव कालोनी
साल में एक बार आने वाले करवा चौथ को लेकर मन में काफी उत्साह रहता है, सजने, संवरने का मौका एक बार फिर मिलता है। व्रत को लेकर पूरी तैयारियां कर ली है, फिर भी कही कोई कमी ना रह जाए इसकी भी चिंता रहती है। हालांकि, बचपन से ही मां को पूजा करते देखती आई हूं। मेरे लिए यह सिर्फ एक व्रत नहीं बल्कि खास दिन है। इस दिन को बेहतरीन तरीके से सेलिब्रेट करूंगी। जमकर खरीददारी भी आज और करेंगे।
संजना राय, देवदरा
प्रतिवर्ष मैं करवा चौथ का व्रत रखती हूं। इस व्रत को लेकर उत्साह भी रहता है, जिसे हम खूब इंज्वाए करते है। पूरा परिवार जब साथ होता है तो त्यौहार की खुशियां चार गुना हो जाती है। हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के कारण आसपास की महिलाएं एक साथ नहीं जुट पायेंगी। बावजूद इसके मस्ती में कोई कमी नहीं रहने दिया जाएगा। शाम को पूजा और चांद देखने के बाद पतिदेव के हाथ व्रत पूरा होगा।
राधा कछवाहा, भगत सिंह वार्ड
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