scriptBrajesh is producing tons of fish in limited space | सीमित जगह पर ब्रजेश कर रहे कई टन मछली का उत्पादन | Patrika News

सीमित जगह पर ब्रजेश कर रहे कई टन मछली का उत्पादन

locationमंडलाPublished: Aug 10, 2023 02:24:33 pm

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन से कमाई, दूसरों को रोजगार के साथ किसानो को प्रशिक्षण

सीमित जगह पर ब्रजेश कर रहे कई टन मछली का उत्पादन
सीमित जगह पर ब्रजेश कर रहे कई टन मछली का उत्पादन

मंगल सिंह
मंडला. बायोफ्लॉक तकनीक से युवक सलाना -5-6 लाख रुपए कमाई कर रहा है। वहीं प्रत्यक्ष रूप से आधा दर्जन तो अप्रत्यक्ष रूप से एक दर्जन से अधिक लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं। युवक को देखकर दूसरे किसान भी प्रशिक्षित हो रहे हैं। इसे जिले में मछली उत्पाद भी बढ़ रहा है। जानकारी के अनुसार बिछिया विकासखंड के ग्राम खिरहनी रामनगर निवासी युवक ब्रजेश ठाकुर अपने घर में ही बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन कर रहा है। ब्रजेश मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद 14 साल पुणे की एक निजी कंपनी में नौकरी की। लेकिन प्रकृति और कृषि के प्रति अपने जुनून के कारण उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर अपने और अपने आसपास के किसानों के लिए कुछ करने की ठान ली। इसलिए उन्होंने पूरे जिले का सर्वे किया और पाया कि मत्स्य उत्पादन में ज्यादा स्कोप है। जिले में मछली की खपत अधिक व उत्पादन कम है। यहां मार्केटिंग की भी समस्या नहीं है। बायोफ्लॉक मछली पालन की टे्रनिंग लेने के बाद बृजेश ने अपने घर पर ही एक बायोफ्लोक टैंक बनाकर पूर्ण रूप से व्यावहारिक अनुभव लिया और टैंक की मछली बिक्री शुरू करने के बाद मत्स्य पालन विभाग से संपर्क किया। जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की जानकारी दी। बायोफ्लॉक टैंक का निरीक्षण कर 25 टैंकों की एक बायोफ्लोक यूनिट प्रदान किया।
15 लाख रुपए की मिली सब्सिडी
परियोजना की कुल लागत 25 लाख थी, जिसमें 18.75 लाख बैंक ऑफ महाराष्ट्र रामनगर से ऋण और 6.25 लाख स्वयं द्वारा निवेश किए। उन्होंने 2020 में छोटे बड़े साइज के कुल 25 टैंक का निर्माण कराया। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद 15 लाख की सब्सिडी बैंक में मत्स्य विभाग ने जमा करा दी।

Copyright © 2023 Patrika Group. All Rights Reserved.