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भवन, शौचालय अधूरा, निकाल ली राशि

locationमंडलाPublished: Sep 16, 2021 01:34:00 pm

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

प्राथमिक शाला खम्हरिया में पंचायत की लापरवाही से ग्रामीणों में रोष

मंडला. शासन के निर्देश के बाद 6वीं से 12वीं तक की कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया गया है। कोरोना का असर कम रहा तो जल्द ही प्राथमिक स्कूल भी संचालित हो जाएंगे। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल भवन की बदहाल स्थिति बच्चों के लिए खतरा बनेगी। जानकारी के अनुसार मवई विकासखंड के संकुल केन्द्र दाढ़ी भानपुर के खम्हारिया प्राथमिक शाला की स्थिति जर्जर है। पूर्व में कक्षा लगे होने के दौरान छत से पलास्तर गिर गया था। जिसमें कुछ बच्चों को चोट भी लगी थी। यह स्थिति अब भी बनी हुई है। वर्तमान में बच्चे तो स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं लेकिन शिक्षक स्कूल पहुंचकर कार्यालीन कार्य कर रहे हैं। शिक्षकों को भी जोखिम उठाना पड़ रहा है। स्कूल की बदाहल स्थिति को देखते हुए शासन ने वर्ष 2017-18 में 12 लाख रुपए से नवीन भवन की स्वीकृति दी थी। जिसके निर्माण की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को दी थी। लेकिन अब तक निर्माण पूर्ण नहीं हो पाने के कारण जर्जर भवन ही शाला का संचालन करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल भवन के काम में लगे मजदूरों का भुगतान भी अब तक बाकी है। मवई ब्लॉक के जयस सचिव हेमराज नेताम व स्थानीय लोंगो ने कई बार शिकायत की है। ब्लॉक सीईओ, जनपद सदस्य, जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष को भी जानकारी दी गई। विधायक, कलेक्टर को भी आवेदन दिए गए। लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। स्थिति यह है कि शाला स्टाफ को जोखिम उठाना पड़ रहा है।


डेढ़ लाख का शौचालय अधूरा
जन शिक्षक केन्द्र से शाला परिसर में बालक बालिका शौचालय के लिए डेढ़ लाख की स्वीकृति दी गई थी। जिसे ठेकादेकर बनवाया गया। लेकिन आज तक शौचालय पूर्ण नहीं हो सका है। बाहर की दीवार में रंग रोगन करके राशि निकल ली गई है। विद्यालय के कार्य में इस तरह की लापरवाही से स्थानीय लोंगो में आक्रोश पनप रहा है। लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत खम्हारिया के लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत सचिवों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। रामसिंह मरावी, जगदीश यादव, राजेश पड़वार के कार्यकाल में भवन निर्माण का काम किया गया। दो-चार माह रहने के बाद ही सभी सचिवों का स्थांतरण कर दिया गया। जिससे भी भवन अधूरा पड़ा है और राशि निकाल लिए हैं।


मेरे कार्यकाल का निर्माण नहीं है। मूल्यांकन से अधिक राशि निकाल ली गई है। जिसके कारण आगे का काम रूका हुआ है।
भारत ठाकुर, सचिव

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