बारिश में गांव का कुंआ धंसक गया था चार माह तो जैसे तैस काम चल गया लेकिन अब बढ़ती गर्मी के साथ पानी की पूर्ति करना मुश्किल हो रहा है। जेठ वैशाख की गर्मी में आधा किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है।
मुलारिया बाई यादव, स्थानीय निवासी
छोटे लाल यादव, स्थानीय निवासी
जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पानी पहुंचाने शासन की योजना चल रही है। इसके पूर्व पेयजल के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की गई। केन्द्रीय मंत्री के गांव में किसी योजना कृन्वयन नहीं किया गया।
रज्जू यादव, स्थानीय निवासी
उबड़ खाबड़ पगडंडी मार्ग से लोग पानी लेने जाते हैं। कई बार चोटिल भी हो चुके हैं। गांव में मवेशियों की प्यास बुझाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। प्यास के कारण मवेशियों की आए दिन मौत हो रही है।
सहमतिया बाई, स्थानीय निवासी
सुबह से रात तक लोग पानी के लिए बच्चे बूढ़े सभी भटक रहे हैं। कम से कम गर्मी के दिनो में प्रशासन को टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाना चाहिए। ताकि अप्रिय घटना ना घटित हो और लोगों को शुद्ध पानी मिल सके।
अंगद यादव, स्थानीय निवासी
केन्द्रीय मंत्री व सांसद जी के पास मंडला सहित चार जिलो की कमान भी है। उनके गृह ग्राम में ही जल संकट छाया हुआ है। मवेशियों की मौत हो रही है। यह शर्म की बात है। जल संकट दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
डॉ अशोक मर्सकोले, विधायक, निवास विधानसभा