scriptलोकायुक्त के दबिश में मिली सीएस के घर करोड़ों की संपत्ति | Civil Surgeon's property worth crores in Lokayukta's Dabish | Patrika News

लोकायुक्त के दबिश में मिली सीएस के घर करोड़ों की संपत्ति

locationमंडलाPublished: Apr 27, 2019 07:41:19 pm

Submitted by:

amaresh singh

निलंबित होगा रिश्वत लेने का आरोपी मनोज मुराली

Civil Surgeon's property worth crores in Lokayukta's Dabish

लोकायुक्त के दबिश में मिली सीएस के घर करोड़ों की संपत्ति

मंडला। जिला अस्पताल के घूसखोर चिकित्सक मनोज मुराली को जेल में बंद हुए 48 घंटे पूरे हो चुके हैं और शासन के नियमानुसार उसे निलंबित कर दिया जाएगा। शासन के नियमानुसार किसी भी शासकीय अधिकारी कर्मचारी के किसी कारणवश जेल में 48 घंटे व्यतीत हों तो उसे निलंबित कर दिया जाता है। 22 अप्रैल को लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा और उनकी टीम ने दबिश देकर मुराली को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। उसे 23 अप्रैल को न्यायालय में पेश किया गया। विशेष न्यायालय से जमानत की याचिका खारिज होने के कारण मुराली को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। तब से मुराली मंडला की जिला जेल में बंद है। 48 घंटे से अधिक का समय बिता लेने के कारण उसे निलंबित कर दिया जाएगा।
लोकायुक्त के छापे के बाद मुराली की पूरी संपत्ति, बैंक बैलेंस, नकदी, जमीन जायदाद आदि की जांच पड़ताल की जा रही है। जांच के दौरान पाया गया है कि मुराली ने आय से अधिक करोड़ों रुपयों की अवैध संपत्ति जमा कर रखी है। खुलासे करते हुए डीएसपी जेपी वर्मा ने बताया कि बिंझिया क्षेत्र में उसके चार मंजिला भवन की कीमत 1.5 करोड़ रुपए से अधिक है। 80 लाख रुपए का उसके घर में साजो सामान है। लगभग 12.45 लाख रुपए का बैंक बैलेंस, लगभग 12.50 लाख रुपए के जेवरात, 7 लाख रुपए कैश, लगभग 25 लाख रुपए की भूमि संबंधी दस्तावेज का पता लगाया गया है। यानि अब तक लगभग 3 करोड़ रुपए की संपत्ति का पता लगाया गया है। डीएसपी लोकायुक्त ने बताया कि मुराली के बैंक खातों और लॉकर का पता लगाया जा रहा है।


भारी पड़ गई पांच हजार की रिश्वत
गौरतलब है कि मुराली की हकीकत तब सामने आई जब लोकायुक्त ने उसे 5हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। नैनपुर विकासखंड के पीडि़त ग्राम अमझर के निवासी हरिश्चंद्र पिता धरमलाल उइके को बीमा क्लेम के लिए क्लेम फार्म में हस्ताक्षर कराना था, इसके लिए उसने सिविल सर्जन मुराली से संपर्क किया था। हस्ताक्षर करने के लिए मुराली ने धरमलाल से 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई थी। 22 अप्रैल को 15 हजार की पहली किश्त के रूप में 5 हजार रुपए देने के लिए धरमलाल मुराली के घर पहुंचा। जहां लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा और उनकी टीम ने मुराली को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो