भारी पड़ गई पांच हजार की रिश्वत
गौरतलब है कि मुराली की हकीकत तब सामने आई जब लोकायुक्त ने उसे 5हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। नैनपुर विकासखंड के पीडि़त ग्राम अमझर के निवासी हरिश्चंद्र पिता धरमलाल उइके को बीमा क्लेम के लिए क्लेम फार्म में हस्ताक्षर कराना था, इसके लिए उसने सिविल सर्जन मुराली से संपर्क किया था। हस्ताक्षर करने के लिए मुराली ने धरमलाल से 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई थी। 22 अप्रैल को 15 हजार की पहली किश्त के रूप में 5 हजार रुपए देने के लिए धरमलाल मुराली के घर पहुंचा। जहां लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा और उनकी टीम ने मुराली को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।