यह विषय पढ़ेंगे छात्र
* वेद अध्ययन-वैदिक साहित्य, वैदिक सूत्र, वैदिक प्रक्रिया, वेदों का काल, वेद भाष्य, वैदिक व्याख्यान, वैदिक देवता, सूर्य सूक्त, संज्ञान सूक्त, वरुण सुक्त।
* भारतीय दर्शन- दर्शन विद्या, दर्शन परिचय, आस्तिक दर्शन, नास्तिक दर्शन, अद्वैत वेदांत।
* संस्कृत व्याकरण- संज्ञा परिभाषा, संधि प्रकरण व सुबंत प्रकरण, कारक विभक्ति, उपपद विभक्ति, कृदंत प्रकरण।
* संस्कृत साहित्य- शुभाषितादिक, काव्यशास्त्र, कथा साहित्य, रामायण अध्ययन, कर्ण भारम व किरातार्जुनीय।
कर्ण व दुर्योधन की नीतियां भी सीखेंगे छात्र
जानकारी के अनुसार, संकाय के छात्र कर्ण और दुर्योधन की नीतियों से लेकर भारत के प्राचीन दर्शन, वेद, संस्कृत, साहित्य और व्याकरण की पढ़ाई करेंगे। भारतीय ज्ञान परंपरा, पाठ्यक्रम के तहत एनआइओएस भारतीय दर्शन, वेद अध्ययन, संस्कृत व्याकरण, संस्कृत साहित्य की पढ़ाई कराएगा। छात्रों को पूरी पढ़ाई ऑनलाइन करनी होगी और अध्ययन का माध्यम संस्कृत होगा। एनआइओएस ने पाठ्यक्रम तैयार कर स्टडी मटेरियल पोर्टल पर अपलोड भी कर दिया है।