ग्राम समैया निवासी राजू सारथी ने बताया कि ग्राम समैया में लगभग 500 की आबादी निवासरत हैं जो कि सभी कृषि व मजदूरी पर निर्भर रहते हैं। ग्राम में यादव, सारथी और आदिवासी परिवार रहते है। शासकीय कर्मचारी अधिकारी के नाम पर ग्राम में सिर्फ दो या तीन लोग ही सरकारी नोकरी पर पदस्थ हैं। शैक्षणिक स्तर की बात करें तो ग्राम के छात्र बहुत कम ऐसे है जो कॉलेज का मुंह देख पाए और उच्च शिक्षा प्राप्त किया है। बाकि सब मजदूरी पर निर्भर है उच्च शिक्षा का प्राप्त न होना आपसी कलह, शराबखोरी के चलते घरों में प्रतिदिन विवाद का होना इसी वजह से ग्रामीणों व ग्राम का विकास भी रुका हुआ है। ग्राम के विषय में चिंतन करते हुए ग्रामीणों के मन में यह बात घर कर गई कि अब ग्रामवासियों की आर्थिक स्थिति में सुधार व ग्राम के विकास के लिए हमें ही कुछ करना होगा। जागरूक लोगों ने पहले तो छोटी बैठक बुलाकर निर्णय लिया फिर बुधवार को ग्राम स्तर की पुन: बैठक बुलाई गई। साथ ही निवास थाना प्रभारी सत्तू राम मरावी, पुलिस टीम को भी आमंत्रित किया गया। बैठक में निर्णय लिया की अब ग्राम में कोई भी व्यक्ति शराब बनाते या सेवन करते पाया जाता है तो उससे ढाई हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा और पुनरावृत्ति होने पर सामाजिक स्तर पर सजा दी जाएगी। वहीं बैठक पर पहुंचे निवास थाना प्रभारी सत्तू राम मरावी ने ग्रामीणों के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि इस निर्णय में पुलिस आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगा और कहा की शराब बन्दी का निर्णय घरेलू हिंसा को तो रोकेगा ही साथ ही ग्राम का विकास भी होगा। हालांकि निवास क्षेत्र में शराबबंदी निर्णय का यह पहला मामला नहीं है कुछ वर्ष पूर्व भी अन्य ग्राम के ग्रामीणों ने इस प्रकार के निर्णय ले चुके हैं। बैठक में समाज सेवी रोहित चौकसे, केएल परस्ते, राजू सारथी, रतिराम, हनुमत, खुशी लाल, अनूप सिंह, बदिराम, खुमान सिंह, शंकर लाल, झुन्नी लाल आदि उपस्थित रहे।