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3 दिनों की झमाझम बारिश में जिला तरबतर

locationमंडलाPublished: Jul 26, 2021 09:07:46 pm

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

कई क्षेत्रों में गिरी आकाशीय बिजली, मवेशियों की मौत

District stunned in 3 days of rain

District stunned in 3 days of rain

मंडला. पिछले चार दिनों से बारिश ने जिले में दस्तक दे दी है। लगभग एक महीने के सूखे और तेज धूप के कारण उमस से भरे मौसम के बाद २१ जुलाई से जिले में बारिश ने दोबारा दस्तक दी है और दिनों दिन बारिश के गति पकडऩे के कारण लोगो को राहत है। किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। बताया जा रहा है कि इस बारिश में धान के रोपों को नया जीवन मिल गया है। यदि बारिश इसी क्रम से होती रही तो मुरझा गए रोपे संभल जाएंगे। इस बारिश के दौरान किसानो ने बचे हुए खेतो में भी रोपाई शुरू कर दी है। २४ जुलाई का जिले भर में झमाझम बारिश हुई। खेतों के रोपे तो संभल गए लेकिन व्यवस्था पटरी से उतर गई और लोगों की दिनचर्या जमकर प्रभावित हुई। तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने सेे कई स्थानों पर मवेशियों की जान चली गई। अचानक बारिश होने से नदी नालों में उफान आ गया और कुछ रास्ते कई कई घंटों के लिए बंद हो गए। निचले क्षेत्रो में पानी भरने से लोगों के घरो में पानी भर गया और उनकी गृहस्थी का सामान खराब हो गया। भू अभिलेख के आंकड़े बता रहे है कि पिछले २४ घंटों में लगभग ५५.६ मिमी बारिश दर्ज की गई।
मानो फट पड़ा आसमान
पिछले २४ घंटों में जिले में सर्वाधिक बारिश नारायणगंज तहसील में दर्ज की गई। यहां मानो आसमान फट पड़ा। यहां २४ घंटे में ९२.५ मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पूरे क्षेत्र की जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। कई स्थानों पर पेड़ टूटकर बिजली के तारों पर गिरे और कई इलाकों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई। नेशनल हाइवे के अधूरे निर्माण के कारण कई किमी लंबा जाम लगा और वाहनों को इस क्षेत्र से गुजरने में घंटों लग गए। इसके बाद सर्वाधिक बारिश बिछिया क्षेत्र में दर्ज की गई, यहां पिछले २४ घंटों में ७४.०८ मिमी बारिश हुई। इसके अलावा निवास मे ं६८.६, मंडला तहसील में ४७.६, घुघरी में ३६.७ और सबसे कम बारिश नैनपुर में १३.८ मिमी दर्ज की गई।
पुल पुलियां जलमग्न
नैनपुर. गत रात्रि से दिन भर होती आ रही बारिश से नगर क्षेत्र जलमग्न हो गया। जिससे किसानों की बोई हुई फसलोंं को फायदा हुआ तो दूसरी ओर नगर के लोगों को गर्मी उमस से राहत मिली। हालांकि यहां बारिश उतनी तेज नही हुई। लगातार दो दिन से रुक-रुक कर हो रही वर्षा के चलते पहली बार छोटे नदी नालों में बाढ़ आ गई। जिससे सड़कों पर बनी छोटे छोटे पुल पुलियों में पानी आ गया। नगर से 15 किलो मीटर की दूरी पर बालाघाट मार्ग पर पादरीगंज के नजदीक पोलधा नाला सहित अन्य नालों में पानी अधिक आ जाने से सडक मार्ग बन्द हो गया। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पडा।
घरों में घुसा पानी
मनेरी. गरीबों के मकान में बरसात का पानी आफत बन मकानों में घुस रहा है। क्षेत्र में निर्माण कंपनी और संबंधित विभाग ने सड़क बनाने के पहले ही गलत सर्वे किया और गलत मापदंड से सड़क बना दी। सड़क की ऊंचाई बढ़ जाने से बरसात का पानी सीधे गरीबों के मकानों में घुस रहा है। इससे कई स्थानीय लोगों के मकान गिरने की कगार पर आ गए हैं। बताया गया है कि गप्पू झारिया, मानिक लाल झारिया, निक्कू लाल, बलराम, स्वरूप दुबे एवं अन्य के मकान बरसात में गिरने की स्थिति पर है स्थाीय निवासियों का कहना है कि अगर 3 दिवस के अंदर पानी निकासी का विभाग द्वारा निराकरण नहीं किया गया तो संपूर्ण मोहल्लेवासी मुख्य मार्ग पर चक्काजाम करेंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी कंपनी एवं विभाग की होगी।
गाज ने ली मवेशियों की जान
जिले में तीन दिनो से जारी बारिश के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। शनिवार को मवई थाना के अंतर्गत ग्राम पंचायत नयगंवा रैयत में बकरियां सहित एक दर्जन मवेशियों की बिजली गिरने से मौत हो गई। बताया गया कि गांव में मवेशी बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे बैठे हुए थे। तभी अचानक आकाशीय बिजली गिरी और सभी मवेशियों की मौत हो गई। जिसमें एक बैल और बकरियां शामिल है। पशुपालकों ने मुआवजे की मांग की है।
बम्हनी के समीप स्थित ग्राम पंचायत जैदेपुर के नजदीक ग्राम मुर्गाटोला में आकाशीय बिजली गिरने से दो बैलों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मुन्ना लाल धुर्वे पिता सम्पत धुर्वे उम्र 49 वर्ष सुबह अपने बैलों द्वारा खेतों को मचाने का कार्य कर रहा था। पानी गिरने के कारण मुन्ना लाल पेड़ के नीचे छुप गया। लेकिन बैलों को नहीं बचा पाया। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दोनों बैल की मौत हो गई। मवेशी पालक ने मुआवजा की माँग की है।

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