मेडिकल कॉलेज स्थापना को केंद्र से मिली हरी झंडी
मंडला•Dec 05, 2019 / 10:41 am•
Sawan Singh Thakur
जिलेवासियों को मिलेगी मेडिकल कॉलेज की सौगात
मंडला। संसदीय क्षेत्र में मंडला के साथ-साथ डिंडोरी को भी मेडिकल कॉलेज के लिए केंद्र की हरी झंडी मिल गई है। केंद्र से प्रदेश में 6 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए मंजूरी मिली है। उसमें जिले का नाम भी शामिल है। गौरतलब है कि जिले में मेडिकल कॉलेज के लिए काफी लंबे समय से मांग की जा रही थी, मेडिकल कॉलेज के लिए कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया गया है, जिसके बाद अब केंद्र की मंजूरी मेडिकल कालेज के लिए मिली है। आदिवासी जिले के लिए एक मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए 325 करोड रुपए खर्च होंगे इसमें से 60 फीसदी की राशि केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी एवं 40 फीसदी की राशि राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। स्वास्थ सुविधाओं को बढ़ाने और चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सरकार जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज के रूप में तैयार कर रही है। वर्तमान समय में जिले के लोगों को मेडिकल कॉलेज की सुविधा के लिए जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर संभाग मुख्यालय जबलपुर जाना पड़ता है। जिसमें लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है, क्योंकि जबलपुर जाने के लिए एकमात्र विकल्प सडक़ मार्ग वह भी पिछले कई वर्षो से निर्माणाधीन होने के कारण परेशानी का सबब बना हुआ है। लेकिन अब जिले में ही मेडिकल कॉलेज की सुविधा लोगों को आने वाले समय में मिलेगी। जानकारी के अनुसार प्रदेश भर में 5 नए मेडिकल कॉलेजों की मंजूरी सरकार द्वारा दी गई है इसके चलते प्रदेश में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या 13 से बढकऱ 20 हो जाएगी। गौरतलब है कि एक कॉलेज खोलने में लगभग 325 करोड़ रूपए खर्च होंगे जिसमें से 60 फीसदी की राशि केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी एवं 40 फीसदी की राशि राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। चिकित्सा शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कॉलेज खोलने से पहले मंडला में जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं की रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी।
संसदीय क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन
आदिवासी जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए केंद्र की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जल्द ही जिले के लोगों को मेडिकल कॉलेज की सुविधाएं मिलेंगी।
फग्गन सिंह कुलस्ते
इस्पात, राज्य मंत्री, केंद्र सरकार
सांसद, मंडला लोकसभा क्षेत्र