मुख्य बाजार में दमकल का पहुंचना होता है मुश्किल
मंडला
Published: April 18, 2022 03:13:07 pm
मंडला. शहर का बाजार इन दिनों गर्म जोश पर है। आत्म निर्भर बनने के लिए युवा और प्रशिक्षत लोग नई-नई दुकानें के साथ शोरुम बना रहे है। यह व्यवसाय मुख्य सड़कों पर नहीं शहर की सकरी गलियां और मंजिलों पर खोले रहे है। जहां अगर आग जैसी घटना घटित होती है तो वहां फायर बिग्रेड का पहुंचना मुश्किल रहता है। इसके साथ ही रहवासी क्षेत्रों में रबर सामग्री के साथ अन्य सामान के गोदाम बनाए हुए है। जो दुर्घटनाओं से कम नहीं है। ऐसे स्थानों पर अग्नि शमन यंत्र भी नहीं है। शहर के पड़ाव स्थित कई वार्ड ऐसे है जो पूरी तरह से गोदाम के रूप में इस्तेमाल किए जाते है इन सबके साथ अन्य दर्जनों गलियां है। जहां पर सबसे अधिक दुकानें खोली जा रही है। जिसमें प्लास्टिम, रबर और पन्नी जैसी सामग्री को बेचा जा रहा है। जहां पर फायर बिग्रेड मशीनों का पहुंचना मुश्किल ही नहीं नामुकिन रहता है। इसके साथ ही वहीं पर बड़े.बड़े गोदाम बनाए गए है। जो दुर्घटनाओं को संकेत दे रहे है। मामले में नगर प्रशासन के साथ जिला प्रशासन भी जागरुकता नहीं दिखा रहा है। अगर दुर्घटनाएं होती है तो स्थानीय लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
मुख्य सड़कों के शोरुमों पर भी नहीं है अग्नि शमन यंत्र
शहर के मुख्य चौराहें लालीपुर, बस स्टैंड, चिलमन चौक, पड़ाव, उदय चौक, बुधवारी के साथ दर्जनों सकरी गलियों में संचालित 98 फीसदी दुकानों को आग जैसी दुर्घटनाओं को कंट्रोल करने के लिए अग्नि शमन यंत्र नहीं है। लेकिन उन दुकानों में करोड़ों की सामग्री रखी हुई है।
शॉर्ट सर्किट की बढ़ रही घटनाएं
शहर के विभन्न चौक चौराहों पर ट्रांसफार्मर लगाए गए है। वहां से बिजली के पोल छतों के छज्जों से निकाले गए है। चिडिय़ों और अन्य पक्षियों द्वारा घोषले बनाए गए है। सूर्य की तपन और बिजली के दबाव से शॉर्ट सर्किट की घटनाएं घटित हो रही है। बाजार के प्रत्येक मोहल्ला में रबर सामग्री के साथ अन्य ज्वलनशील सामग्री के गोदाम बनाए गए है। लेकिन ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे है।
इन स्थानों पर बनाए गए है गोदाम
सुभाष वार्ड, अम्बेडकर वार्ड, कोष्टा मुहल्ला, बुधवारी, बस स्टैंड, नर्मदा जी वार्ड, पड़ाव क्षेत्र के साथ अन्य रिहायसी क्षेत्रों में गोदाम बनाए गए है। जो दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे है।
पिछले वर्षो में हुई आग की दुर्घटनाएं
गर्मियों के समय पिछले कुछ वर्षो में हुई आग की घटनाएं को याद करके रोंगटे खड़े हो जाते है। ऐसी आग की दुर्घटनाओं को लोग भुला नहीं पा रहे है। उसके बाद भी जिम्मेदार लगातार लापरवाही करते जा रहे है। मछली मार्केट, आनाज बाजार के साथ अन्य घटनाओं को लोग भुला नहीं पा रहे है। जहां आग लगने के बाद दमकल वाहन को पहुंचने में काफी परेशान होना पड़ता है। उसके बाद भी नगर प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा बचाव में कोई संदेश नहीं दिया जा रहा है।
सबसे लोकप्रिय
शानदार खबरें
मल्टीमीडिया
Newsletters
Follow Us
Download Partika Apps
Group Sites
Top Categories
Trending Topics
Trending Stories
बड़ी खबरें