scriptशहर में विकास कार्यों को गति देने के लिए हर संभव प्रयास | Every possible effort to speed up development works in the city | Patrika News

शहर में विकास कार्यों को गति देने के लिए हर संभव प्रयास

locationमंडलाPublished: Nov 28, 2022 04:04:27 pm

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

नपा अध्यक्ष ने अपनी रणीनीति के बारे में बताया

शहर में विकास कार्यों को गति देने के लिए हर संभव प्रयास

शहर में विकास कार्यों को गति देने के लिए हर संभव प्रयास

मंडला. हाल ही में जिले की सभी निकायों में नवीन कार्यकारिणी का गठन हो चुका है और इसी के साथ सभी पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में किए गए वादों को अमल में लाने के प्रयासों में भी जुट गए हैं। इसी कड़ी में मंडला नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष विनोद कछवाहा नगर की समस्याओं के समाधान की कार्ययोजना तैयार कर ली है। कछवाहा का कहना है कि वे अब शहर में विकास कार्यों को गति देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। पत्रिका से चर्चा करते हुए शहर के विकास कार्यो के संबंध में नपा अध्यक्ष ने अपनी रणीनीति के बारे में बताया। शहर के विकास के लिए सड़कों के चौड़ीकरण को महत्व देने की बात कही। जिस पर नगर पालिका ने कार्य भी शुरू कर दिया है।

सवाल: नर्मदा तट में घाट लगातार कापू, मिट्टी में दब रहे हैं?

जवाब: नगरपालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा ने बताया कि नगरपालिका द्वारा कुछ काम पहले से स्वीकृत हैं इसी के साथ कुछ जरूरी निर्माण कार्य परिषद की स्वीकृति के बाद जल्द शुरू कराए जाएंगे। कछवाहा ने बताया कि शहर के निर्माण कार्यों में महंगी रेत बड़ी बाधा बन जाती है जिसे देखते हुए उपनगर महाराजपुर के संगम तट से रेत निकासी के संबंध में शासन को पत्र लिखा गया है। उन्होंने बताया कि संगम में हर साल बड़ी मात्रा में बाढ़ के दिनों में रेत बहकर आती है, जो समय के साथ-साथ बड़ी मात्रा में नर्मदा तट में जमा होती जा रही है। यदि इस रेत का उपयोग शहर के निर्माण कार्यो में किया जाता है तो इससे जहां सस्ती और कम दूरी से रेत उपलब्ध हो जाएगी। संगम से रेत निकलने से बड़ा फायदा यह होगा कि हर साल यहां जमा रेत बाढ़ के चलते आगे नर्मदा नदी की गहराई में जमा होकर नदी की गहराई को कम कर रही है इसी के साथ नर्मदा तट के घाट लगातार रेत, मिट्टी में दबते जा रहे हैं संगम से रेत यदि निकाल जाएगी तो इस समस्या का काफी हद तक हल हो जाएगा।

सवाल: शहर की बढ़ती जनसंख्या के साथ पार्किग को लेकर क्या रणनीति है?

जवाब: शहर की जिस तरह से जनसंख्या लगातार बढ़ रही है उससे यातायात पर भी दवाब बढ़ रहा है। इसके अलावा बड़ी संख्या में अस्थायी दुकानें सड़कों में लगाए जाने से भी यातायात की समस्या बन जाती है। इस समस्या के निराकरण के लिए शहर के बीच उदय चैक के पास स्थित बड़ी खाई में मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। इस बिल्डिंग के बनने के बाद जहां शहर में वाहनों को खड़ा करने की समस्या हल हो जाएगी। लोग अपने वाहनों को सुरक्षित इस मल्टीस्टोरी भवन में खड़े कर पाएंगे इसी के साथ जो छोटे व्यापारी मुख्य मार्गों में अपनी अस्थायी दुकानें लगा रहे हैं उन्हें भी इस मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसका बड़ा एक लाभ यह भी होगा कि शहर के बीच जो बड़ी खाई गंदगी से बजबजा रही है, उससे उठने वाली दुर्गंध से यहां आसपास के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इससे भी काफी हद तक निजात मिल जाएगाी। इस संबंध में शासन से स्वीकृति मिलते ही इनका निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।

सवाल: सीवर लाईन बिछाने का काम गुणवत्ताहीन और लेटलतीफी से हो रहा है?

जवाब: सीवर लाईन का काम पूरा होने से नर्मदा नदी में जो शहर की गंदगी मिल रही है वह नदी में नहीं जाएगी। यह केन्द्र सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना है। वहीं अध्यक्ष कछवाहा ने बताया कि सीवर लाईन के संबंध में लगातार शिकायतें आ रही हैं जिनके संबंध में संबंधित निर्माण एजेंसी के कर्मचारियों को निर्देशित किया जा रहा है जिसमें गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय में निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अब तक सीवर लाईन का 45 प्रतिशत काम हो चुका है बाकि काम गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय में पूरा करने के लिए कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

ट्रेंडिंग वीडियो