
कम जमीन में ज्यादा उपज के लिए तैयार हो रहे किसान
मंडला
Published: July 20, 2022 03:02:37 pm
मंडला. वर्तमान में जनसंख्या वृद्धि के साथ भारतीय किसानो की सीमित भूमि एक विकट समस्या है। जहां कृषि से अधिक उपज प्राप्त हो पाने के लिए आकर्षित प्रारूपों को स्थापित करने की जरूरत है। इसी दिशा में उदाहरण स्थापित करते हुए प्रदान संस्था और आजीविका मिशन टीम के संयुक्त प्रयास से मोहगांव विकासखंड में बहुपरत खेती के 10 प्रदर्शन प्लॉट सफलतापूर्ण तरीके से स्थापित किए हैं। बहुपरत कृषि प्रणाली से आधा एकड़ जमीन से ही साल भर में सत्तर हजार रुपयों तक की कमाई संभव है और इस प्रणाली के सकारात्मक नतीजे देखने के बाद अब इसे विकासखंड के सैकड़ों किसानों तक ले जाने का उद्देश्य है। कृषि को लेकर वरदान संकुल के दृष्टिकोण और वित्तीय संसाधन का उपयुक्त प्रयोग करते हुए दिसंबर माह से इस गतिविधि पर काम किया जा रहा है। बहुपरत कृषि प्रणाली के 10 प्रारूप स्थापित करने हेतु कुछ किसानों का चयन कर उन्हें इस विधि को सिखाने के लिए कई कृषि पाठशालाओं का आयोजन किया गया। फरवरी माह से सभी किसानों ने इसपर काम करना शुरू किया और चार महीनों में ही लगभग बीस हजार रुपए कमा चुके हैं। ये प्लॉट औसतन 30 से 50 डेसिमल क्षेत्रफल के हैं। इनमें किसानों ने चार परतों में फसल लगाई है। कंद या फिर टमाटर- भटा, भाजी, लतर, और फलदार वृक्ष। योजना के अनुसार सारी गतिविधियां प्राकृतिक खेती के नियमों का पालन करते हुए की गई हैं जिससे उपज और मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ते हुए देखने को मिली है। घर के लिए रसायन-रहित पौष्टिक सब्जी उपलब्ध कराने के अतिरिक्त इस विधि से सभी किसानों के लिए आर्य वर्धन का एक नया नमूना स्थापित हुआ है। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि ये कृषि पद्धति पर्यावरण की दृष्टि से भी लाभकारी है। आने वाले समय में इस पद्धति को सैकड़ों किसानों तक पहुंचाए जाने का उद्देश्य है। इस कार्य में एसआरएलएम टीम जिला परियोजना प्रबंधक बी डी भाईसारे, कृषि जिला प्रबंधक सौरभ उपाध्याय, ब्लॉक परियोजना प्रबंधक मुकेश नंदा, संकुल समन्वयक संतोष, शासकीय संकुल दल और प्रदान संस्था के कृषि विशेषज्ञ सोहन का सहयोग रहा।
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