जानकारी अनुसार इस बार करीब 10638 किसानों ने सरकार को समर्थन मूल्य में गेहूं बेचा था अब तक की स्थिति में इन 10638 किसानों में से 10598 किसानों का ही भुगतान हो सका है बाकि करीब 40 किसानों का गेहूं का भुगतान तक अटका गया है।
50 प्रतिशत किसानों ने ही बेची थी उपज
इस बार गेहूं बेचने के लिए करीब 21 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था लेकिन कभी खरीदी केन्द्रों में सेम्पल पास, फेल की परेशानी, तो कभी प्रभारियों द्वारा पैसों की मांग और कई बार बेची गई उपज का समय में पैसा नहीं मिलने की परेशानी के चलते इस बार पंजीयन कराए किसानों में से 50 प्रतिशत किसानों ने ही समर्थन मूल्य में गेहूं बेचा था और किसानों की आशंका के अनुरूप करीब 40 किसानों का भुगतान अब तक नहीं हो सका है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी कमियों के चलते इन किसानों का भुगतान नहीं हो सका है, लेकिन अधिकारियों की यही लापरवाही का परिणाम है कि किसानों का सरकार को उपज बेचने से मोहभंग होने लगा है। हाल ही में हुई बारिश के बाद अब किसान खेतों में उतर गए हैं, और जल्द से जल्द धान की नर्सरी तैयार करने में जुट गए हैं।