मंडलाPublished: Sep 21, 2020 05:44:10 pm
Mangal Singh Thakur
चुटका परियोजना : सैंकड़ों किसानों की लाखों की राशि बकाया
मुआवजा राशि लेने को तैयार नहीं किसान, नहीं उपलब्ध कराए दस्तावेज
मंडला. नारायणगंज विकासखंड में चुटका परमाणु संयत्र का निर्माण किया जाना है। जिसके लिए लगभग पांच वर्ष पूर्व शासन ने भूमि अधिग्रहण भी कर ली है। लेकिन अब तक सभी किसानों के खाते में राशि नहीं पहुंची है। जिसका कारण किसानों द्वारा चुटका परियोजना का विरोध बताया जा रहा है। इतने वर्षों के बाद भी किसानों ने मुआवजा राशि लेने के लिए बैंक पासबूक सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा नहीं कराएं है। जिसके लिए निवास एसडीएम ने किसानों को15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद भी किसान मुआवजा लेने के लिए दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराते हैं तो उनकी राशि शासन के खाते में जमा कर ली जाएगी।
जानकारी के अनुसार न्यायालय कलेक्टर मंडला एवं न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व निवास के भू-अर्जन प्रकरणों में आवार्ड पारित कर ग्राम चुटका, कुण्डा, टाटीघाट एवं मानेगांव स्थित निजी भूमि का चुटका परमाणु विद्युत परियोजना के निर्माण के लिए भूमि का अर्जन कर भूमि का मुआवजा एवं पैकेज राशि का निर्धारण किया गया है। स्वीकृत मुआवजा राशि का वितरण किसानों के बैंक खाते में किया जा रहा है। लेकिन लगभग 4 से 5 वर्ष का समय व्यतीत हो जाने पर भी कुछ किसानों के द्वारा बैंक पासबुक, आधार कार्ड की छायाप्रति जिला प्रशासन को नहीं दी गई है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व निवास ने सभी किसानों 15 दिवस के अंदर कार्यालय में बैंक पासबुक एवं आधार कार्ड छायाप्रति प्रेषित जमा करने के निर्देश दिए हैं। किसान पर्याप्त मुआवजा राशि ना मिलने की बात कह रहे हैं वहीं कुछ किसान परियोजना का विरोध कर रहे हैं।
क्या है परियोजना
न्यूक्लीयर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा इस परमाणु बिजली घर का निर्माण नारायणगंज ब्लॉक के ग्राम चुटका में किया जाना है। इस परियोजना के तहत लगभग 54 गांव प्रभावित हो रहे हैं। इसके पूर्व नारायणगंज के आसपास के गांव बरगी बांध रानी अवंतीबाई लोधीसागर परियोजना के कारण भी विस्थापित हैं। चुटका पावर प्लांट के लिए 1984 में परमाणु ऊर्जा आयोग का विशेष दल स्थल निरीक्षण एवं जांच के लिए आया था। केन्द्र सरकार द्वारा अक्टूबर 2009 में इसकी मंजूरी प्रदान की गई। जमीन, पानी और बिजली आदि के लिए मप्र पॉवर जेनरेटींग कंपनी को नोडल एजेंसी बनाया गया है। 700 मेगावाट की दो यूनिट से 1400 मेगावाट बनाने के बाद जल्द ही इनका विस्तार कर 2800 मेगावाट बिजली बनाने का प्रस्ताव है। इस परियोजना से बरगी बांध के विस्थापित ग्राम चुटका, टाटीघाट एवं कुण्डा के लगभग 350 परिवारों को दुबारा विस्थापित होने पर मजबूर हैं। इस परियोजना के लिए 650 हेक्टेयर भूमि तथा 7 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम सिमरिया के पास टाऊनशिप के लिए 75 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण प्रस्तावित है। इस योजना की प्रारंभिक लागत 16.500 करोड़ की है।
फैक्ट फाइल
ग्राम अवार्ड संख्या मुआवजा राशि
चुटका 12 12344815
कुण्डा 01 678801
टाटीघाट 35 2448948
मानेगांव 05 2508979
कुल 53 17981543