फेन नदी उफान में, बाढ़ में घिरी रही रैपिड रिस्पांस टीम
तेज बारिश से बिगड़े हालात, मछुआरे भी फंसे, पहुंची रेस्क्यू टीम
फेन नदी उफान में, बाढ़ में घिरी रही रैपिड रिस्पांस टीम
मंडला। जिले के दूरस्थ अंचल मवई क्षेत्र से गुजरने वाला हाईवे तेज बारिश से उफान में आए फेन नदी में समा गया तो दूसरी ओर इस क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मरीज के उपचार के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम-आरआरटी भी बाढ़ में फंस गई। यहां तक कि घुघरी क्षेत्र में हुई तेज बारिश में यहां बुढऩेर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और मत्स्याखेट के लिए घर से निकले मछुआरे अचानक बुढऩेर नदी का जलस्तर बढऩे से टापू में फंस गए। भू अभिलेख अधीक्षक कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार, सर्वाधिक बारिश नैनपुर में दर्ज की गई। यहां 82.4 मिमी बारिश हुई। इसके बाद सर्वाधिक बारिश बिछिया क्षेत्र में 32.2 मिमी दर्ज की गई। बिछिया क्षेत्र में हुई बारिश के कारण यहां जंगली इलाकों से गुजरने वाले बरसाती नाले उफान पर आ गए। इससे एक ओर मवई क्षेत्र में फेन नदी का जलस्तर बढ़ा और दूसरी ओर घुघरी क्षेत्र से गुजरने वाली बुढऩेर नदी में अचानक बाढ़ आ गई।
फंसी रही आरआर टीम
जिले के सबसे दूरस्थ अंचल मवई में कोरोना पॉजिटिव केस मिला है। यहां ग्राम लालपुर में मरीज के उपचार के लिए शासकीय अमला गया हुआ था। उसमें आरआर टीम के चिकित्सक भी शामिल रहे। बुधवार- गुरूवार को नेशनल हाईवे से नेवसा नरहरगंज मार्ग फेन नदी के उफान में समा गया और पूरा शासकीय अमला ग्राम लालपुर में फंसा रहा। लगभग दो से ढाई घंटे बाद जब पुल से पानी उतरा उसके बाद ही अमला गांव से निकल पाया।
टापू में फंसे तीन मछुआरे
बुधवार गुरुवार की रात झमाझम बारिश से मवई घुघरी क्षेत्र में नदी नाले उफान पर आ गए है। जिससे छोटे बड़े पुल डूबने से कुछ मार्गों में अवागमन भी बाधित रहा। घुघरी थाना के अंतर्गत बुढऩेर नदी में अचानक बाढ़ आने से तीन लोग टापू में फंस गए। जिन्हें पुलिस प्रशासन व होमगार्ड की टीम की मदद से बड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। जिसके लिए रेस्क्यू टीम को लगभग 3 घंटे का समय लगा। बताया गया कि ग्राम मांगा निवासी युवक गंगा राम गोप (35), लखन गोप (24), सेवा राम सैयाम (35) सुबह मछली मारने के लिए नदी में गए हुए थे। ऊपरी क्षेत्र में बारिश के कारण अचानक बुढऩेर नदी का पानी बढ़ गया। जिससे तीनो युवक बीच नदी के कापू में फंस गए। घुघरी एसडीएमए सुनीता खंडायत, थाना प्रभारी, तहसीलदार, आर आई, पुलिस व होमगार्ड के जवान पहुंच गए। लाइफगार्ड, रस्सी और मोटर बोर्ड की मदद से तीनों युवकों को बाहर निकाला गया व स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। दोपहर 12.30 से रेस्क्यू अभियान शुरू हुआ जो 3.30 बजे तक युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। रेस्क्यू में प्लाटून कमांडर हेमराज परस्ते के नेतृत्व में हमराह से फग लाल बॉपचे वाहन चालक, जवान सन्नी श्रीवास, आकाश ठाकुर, तोप सिंह कुलस्ते, राहुल नंदा, अजीत धुर्वे, देवेंद्र भावेदी, संदीप जंघेला, सदन कुमार, पवन सोनवानी का सहयोग रहा। तेज बाहव के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।