संभाग में पहला प्रदेश में पांचवें स्थान पर रहा जिला
हाई स्कूल में चार 5 कंट्री में 2 विद्यार्थियों ने प्रदेश की प्रमाणित सूची में बनाया स्थान
मंडला
Published: May 12, 2022 01:35:08 pm
मंडला. आदिवासी बाहुल्य जिले में शासन की योजनाओं के अप्रत्याशित परिणाम सामने आए है। जिसके तहत जिले के बच्चों ने बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम के साथ परीक्षा पास की है। और जिले को संभाग में पहला और प्रदेश में पांचवा स्थान दिलाया है। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के बाद भी वर्ष 2019-20 में हाईस्कूल का परीक्षा परिणाम 55 प्रतिशत रहा एवं हायर सेकेण्डरी का 57 प्रतिशत रहा एवं कोविड-19 जैसी अप्रत्याशित परिस्थितियों से शिक्षण सत्र 2020-21 और 2021-22 प्रभावित हुआ जिसके कारण विद्यार्थी घर पर अध्ययन के लिए बाध्य हुए। डिजीलेप के माध्यम से शिक्षा के साथ-साथ कोविड-19 परिस्थितियों में जिले में शिक्षा की गुणवत्ता और उपलब्धता को सुनिश्चित करने कलेक्टर के निर्देशन में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के माध्यम से प्रोजेक्ट नई उड़ान का आगाज किया गया। इसका उद्देश्य कोरोना काल में दूर-दराज तक शिक्षा से विद्यार्थियों को जोड़े रखना और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ घर में ही विद्यार्थी को विद्यालय की सुविधा प्रदान करना रहा। साथ ही विद्यालयों को संसाधन युक्त बनाकर शिक्षकों को शिक्षण कौशल में निपुण बनाना रहा जिसके फलस्वरूप इस वर्ष बोर्ड परीक्षा परिणामों में उछाल आया। इस वर्ष हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में राज्य स्तरीय प्रवीण सूची में 4 एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा में 2 विद्यार्थियों ने स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार जिला स्तरीय प्रवीण सूची में हायर सेकेण्डरी परीक्षा में शासकीय विद्यालय के 5 विद्यार्थियों ने अपनी जगह बनाई व जिले को गौरवान्वित किया। जिले का परीक्षा परिणाम जबलपुर संभाग में पहले स्थान पर रहा तथा राज्य स्तर पर 5वें स्थान पर रहा। प्रोजेक्ट नई उड़ान का संयोजन जिला शिक्षा अधिकारी के सानिध्य में अतिरिक्त परियोजना समन्वयक राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान मुकेश पांडे द्वारा किया गया। शैक्षणिक परिवेश-जिले में 122 हाईस्कूल और 91 हायर सेकेंडरी हैं। शिक्षकों की कमी अतिथि शिक्षक द्वारा पूरी की जा रही है। इंटरनेट यूं तो सबकी पहुंच में है मगर मंडला का कुछ भाग आज भी इंटरनेट नेटवर्क से दूर है। विगत वर्ष हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी के 54412 दर्ज विद्यार्थियों में से 15629 विद्यार्थी इन्टरनेट सुविधा से विहीन थे जिसमें 31407 अनुसूचित जनजाति व 2573 अनुसूचित जाति के विद्यार्थी शामिल थे। सरकारी स्कूलों में अधिकांश विद्यार्थी आदिवासी समुदाय से आते हैं। प्रोजेक्ट नई उड़ान के अंतर्गत विगत वर्ष किए गए नवाचारों की जानकारी इस प्रकार है चलित प्रयोग शाला प्रोजेक्टि नई उड़ान का आरंभ 1 अक्टूबर 2020 को किया गया जिसमें चलित प्रयोग शाला रथ को हरी झण्डी दिखाकर कलेक्टर द्वारा रवाना किया गया। चलित प्रयोगशाला में प्रयोगशाला सामग्री का प्रदर्शन जिले की 454 ग्राम पंचायतों में किया गया जिसमें लगभग 32277 विद्यार्थी लाभान्वित हुए। विद्यालय विहीन गांव, टोलों में पेड़ के नीचे या शामियाना लगाकर प्रयोगशाला सामग्री का प्रदर्शन व उपयोगिता जानकर विद्यार्थी आश्चर्यचकित भी हुए और रोमांचित भी। नवीन शिक्षक सत्र 2021-22 में जुलाई से सितम्बर तक 460 चिन्हित ग्राम पंचायतों में आयोजित की गई जिसमें 32900 विद्यार्थी एवं 3300 जनप्रतिनिधि, पालकों की उपस्थिति रही। प्रयोगशाला पुस्तकालय उन्नयन जिले के चिन्हित 48 हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालयों की प्रयोगशाला एवं पुस्तकालयों को आधुनिक रूप दिया गया तथा अन्य विद्यालयों के प्राचार्यों एवं शिक्षकों की इन संस्थाओं में एक्सपोजर विजिट कराई गई जिससे अन्य विद्यालय भी अपनी प्रयोगशाला एवं पुस्तकालयों को आधुनिक बना रहे हैं। ई-विद्यालय- ई-विद्यालय जिला प्रशासन के पोर्टल एनआईसी मण्डला में ई-विद्यालय ऑपशन दिया गया है, जिसमें डिजिटल पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराई गई है जिससे दूरस्थ स्थान के विद्यार्थी भी अपने अधिगम को निरन्तर रख सकें।

संभाग में पहला प्रदेश में पांचवें स्थान पर रहा जिला
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